- प्रणव बजाज
कोरोना से चिंतित हैं विधानसभा अध्यक्ष गौतम
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। ऐसे में मप्र विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम जनप्रतिनिधियों में कोरोना संक्रमण की आशंका को लेकर चिंतित हैं। दरअसल उनका कहना है कि कई बार जनता के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाता है। हालांकि प्रदेश के अब तक करीब 80 प्रतिशत विधायकों ने वैक्सीनेशन करा लिया है। फिर भी विधायक खतरे से खाली नहीं है। कई बार क्षेत्रीय जनता शासन की कोरोना गाइडलाइन का पालन न करते हुए सीधे विधायक के हाथ में ही अपना आवेदन देने का प्रयास करती है। ऐसी स्थितियों में कई बार फिजिकल डिस्टेंस नहीं हो पाता है। हालांकि मप्र विधानसभा सदन की कार्यवाही लाइव करने के पक्ष में है और इसके लिए सभी प्रबंध किए जा रहे हैं। उन्होंने आने वाले विधानसभा सत्र के बारे में कहा कि यह कोरोना संक्रमण की स्थिति पर निर्भर करेगा। उस समय क्या परिस्थितियां रहती हैं। हालांकि विधानसभा सचिवालय अपने स्तर पर सत्र की पूरी तैयारी रखेगा।
तो तन्खा करेंगे कमलनाथ के पक्ष में मानहानि का मुकदमा
पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ भाजपा द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर को लेकर प्रदेश की सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है। इस मामले को लेकर अब दोनों ही दल सामने-सामने आ गए हैं। जहां भाजपा प्रदेश के हर थाने में कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने में जुटी है। वहीं इसके जवाब में कांग्रेस ने कानूनी लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है। दरअसल एफआईआर के जवाब में कांग्रेस ने भी राज्य सरकार के खिलाफ मौत के आंकड़े छुपाने और प्रदेशवासियों को इलाज और दवा मुहैया नहीं कराने पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाते हुए प्रदेश भर के थानों में आवेदन दिए हैं। वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद व वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने नाथ के खिलाफ एफआईआर को नियमों के विपरीत बताया। उन्होंने कहा कि यदि एफआईआर वापस नहीं ली गई तो भाजपा और सरकार कानूनी लड़ाई के लिए तैयार रहे। कांग्रेस पीछे हटने वाली नहीं है। नाथ जल्द ही मानहानि का नोटिस देंगे। बता दें कि कोरोना के नए वेरिएंट को इंडियन वेरिएंट बताने के बाद मध्य प्रदेश सरकार और बीजेपी के निशाने पर आए पूर्व सीएम कमलनाथ के समर्थन में पूरी कांग्रेसी एकजुट हो गई है।
सड़क हादसों को कम करने पुलिस तैयार कर रही डाटाबेस
सड़क हादसों को कम करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए एप को प्रदेश में संचालन करने की जिम्मेदारी पुलिस महकमे की पीटीआरआई शाखा को दी गई है। दरअसल देशभर में होने वाले हादसों को लाइव कवर करने के लिए ‘आई रेड’ नामक एक ऐप केंद्र सरकार ने बनाया है। इसके तहत जिलों में होने वाले सड़क हादसों को इस ऐप पर घटना की जांच के दौरान मोबाइल के जरिए अपलोड किया जाता है। इस इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस की प्रगति में पुलिस काफी अच्छी कार्यवाही कर रही है। प्रदेश के पचास जिलों में इस ऐप में डाटा भरना शुरू कर दिया है। पीटीआरआई के एडीजी डीसी सागर के अनुसार प्रदेश के इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, उज्जैन, बैतूल, सतना व राजगढ़ आदि जिलों ने इस दिशा में बेहतर कार्य किया है। पुलिस का मानना है कि यदि किन्हीं तकनीकी खामियों, रोड, मोड़, अथवा नशे या नींद के कारण हादसे होना सामने आते हैं तो उन्हें कम करने की दिशा में प्रयास किया जाएगा। इसके लिए राजमार्ग, स्वास्थ्य व परिवहन को भी इस ऐप पर सक्रिय किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मंत्री पुत्र ने बनाया प्रदेश का पहला चिल्ड्रन कोविड सेंटर चर्चा में
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। इस बीच अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी और इसमें सबसे ज्यादा छोटे बच्चों के प्रभावित होने की ज्यादा आशंका है। इसे ध्यान में रखते हुए लोक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक भार्गव ने विधानसभा क्षेत्र गड़ाकोटा में प्रदेश का पहला चिल्ड्रन कोविड सेंटर तैयार कराया है। सर्व सुविधायुक्त चाइल्ड कोविड सेंटर बनाने के बाद अभिषेक चाहते हैं कि कोविड की भयावह इतनी स्थिति देखने के बाद भगवान करे कि चाइल्ड कोविड सेंटर में कोई बच्चा भर्ती ना हो। इस सेंटर में कोरोना से संक्रमित बच्चों के बेहतर से बेहतर इलाज की व्यवस्थाओं के साथ बच्चों को घर जैसा माहौल देने की कोशिश की जा रही है। चिल्ड्रन कोविड सेंटर में दस पलंग क्षमता के साथ बच्चों के लिए जो स्पेशल वार्ड तैयार कराया गया है उसमें संक्रमित बच्चों को कुपोषण से बचाने पोषण आहार के साथ ही हर तरह के इलाज और दवाओं की व्यवस्था भी की जा रही है। वहीं बच्चों के मनोरंजन के लिए झूलाघर, खिलौने किड्स गेम्स आदि की व्यवस्थाएं की गई हैं।