बिच्छू डॉट कॉम। एशियाई वास्तुकला में फेंगशुई का विशेष महत्व है। फेंगशुई दो शब्दों से मिलकर बना है। फेंग यानि वायु और शुई यानि जल। फेंगशुई डिजाइनिंग और वास्तुशास्त्र का एक अभिन्न हिस्सा है। यह स्वास्थ और समृद्धि की दृष्टि से बहुत लाभकारी माना जाता है। बाहरी स्थान और जगह के साथ ही इस बात का बहुत महत्व है कि आप भीतर से अपने घर को कैसा बनाते हैं। फेंगशुई आपके जीवन में ऊर्जा के संतुलन में भी मदद करता है। फेंगशुई के कुछ वास्तु टिप्स को अपनाकर आप भी एक बेहतरीन घर बना सकते हैं। यह घर के माहौल को शांति और समृद्धि देगा। साथ ही फेंगशुई आपको घर को आध्यात्मिक रूप से भी संतुलन प्रदान करेगा। घर बनवाते समय रखें इन बातों का ध्यान-
चुने सही एरिया
घर बनवाने की जगह सही होनी चाहिए। चौकोर और रेक्टेंगुलर जगह को ही चुनें। यदि कोई नदी या पानी का स्त्रोत दिखता है तो अच्छा है लेकिन उसके ज्यादा नजदीक न खरीदें। यहां पर्याप्त मात्रा में हवा और रोशनी होनी चाहिए।
कमरे बनाते समय रखें इन बातों का ध्यान
घर में बेडरूम, किचन और बाकी कमरों को बनवाते वक्त उनकी लोकेशन का ध्यान रखें। इन जगहों पर पर्याप्त धूप और रोशनी आनी चाहिए। किचन का संबंध तो सीधा आपके स्वास्थ से है इसलिए इसे बनाते वक्त इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। बेडरूम को घर के शांत हिस्से में बनाएं।
चुनें प्राकृतिक चीजें
लकड़ी से बने सामान से घर में नैचुरल इफेक्ट आता है। चमकदार लकड़ी से बने सामान और अन्य चीजों से पॉजिटिव ऊर्जा आती है।
रंगों का रखें ध्यान
घर बनाने के साथ ही दीवारों पर कौन से रंग लगाने हैं इस बात का भी ध्यान रखें। लिविंग रूम, किचन और डायनिंग रूम, बेडरूम, स्टड़ी रूम के रंगों का चुनाव सावधानी से करें। रंग आपके मूड को अच्छा और पॉजिटिव करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
घर में लगाएं पौधे
घर में मनी प्लांट, स्नेक प्लांट, रबर प्लांट, बैम्बू प्लांट जैसे पौधों को लगाएं। यह पौधे आपको सकारात्मक ऊर्जा देंगे और आस पास के माहौल को भी अच्छा रखेंगे। यह सुख और समृद्धि में इजाफा करते हैं।