उमंग-उल्लास के इस माह में जरूर करें यह काम

उमंग-उल्लास

बिच्छू डॉट कॉम। उमंग-उल्लास और रंगों का महीना कहे जाना वाला फाल्गुन माह वर्ष का अंतिम माह है। होली, महाशिवरात्रि जैसे व्रत-त्योहार आने के साथ इस माह का वास्तु शास्त्र में विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि फाल्गुन माह में ही चंद्रमा का जन्म हुआ था। इस कारण इस माह चंद्रमा की उपासना करने का विशेष महत्व है। इस माह कुछ विशेष उपाय अवश्य करने चाहिए। आइए जानते हैं इनके बारे में।
इस मास को आनंद और उल्लास का माह कहा जाता है। फाल्गुन माह में सफेद चीजों का दान करना शुभ माना जाता है। इस माह सफेद फूल, दही, सफेद शंख, चीनी, चावल, सफेद चंदन, सफेद वस्त्र आदि दान कर सकते हैं। फाल्गुन माह में हर सोमवार भगवान शिव का व्रत रखें। पूर्णिमा के दिन चंद्रदेव के दर्शन करें और उनकी रोशनी में बैठकर चंद्रदेव का स्मरण करें। फाल्गुन माह में शिवलिंग पर जल अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है। इस माह भोजन में अनाज का प्रयोग कम करें। शीतल या सामान्य जल से स्नान करें। इस माह फलों का सेवन करना चाहिए। जीवन में उल्लास और उमंग लाने के लिए इस माह रंगीन और सुंदर वस्त्र धारण करें। इस माह भगवान श्रीकृष्ण की नियमित उपासना करें। पूजा में फूलों का खूब इस्तेमाल करें। भगवान श्रीकृष्ण को गुलाल अर्पित करें। भगवान शिव को सफेद चंदन अर्पित करें। मां लक्ष्मी को इस माह गुलाब या इत्र अर्पित करें। फाल्गुन मास में दान का विशेष महत्व है। इस माह जरूरतमंदों को दान और पितरों के निमित्त तर्पण अवश्य करें। मान्यता है कि इस माह लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना करने से समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। इस माह गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इस माह भूलकर भी अपने से बड़ों का अपमान न करें और किसी से भी विवाद न करें। फाल्गुन माह में घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाएं। तुलसी में नियमित जल प्रदान करें। रोगों से मुक्ति पाने के लिए फाल्गुन माह उत्तम माना जाता है। इस माह भगवान शिव को सफेद चंदन अर्पित करने से स्वास्थ्य लाभ होता है। मां लक्ष्मी की पूजा से आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है। 

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