- प्रणव बजाज
पांच नौकरशाह आज हो जाएंगे रिटायर्ड
मध्य प्रदेश कैडर के पांच नौकरशाह आज शाम को रिटायर्ड हो जाएंगे। इन अफसरों में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ ट्राइफेक के एमडी तथा 1987 बैच के आईएएस प्रवीर कृष्ण, राजस्व मंडल के सदस्य राजेश बहुगुणा, सचिव अनुसूचित जाति एवं 2000 बैच की आईएएस रेणु तिवारी, माशिमं में सचिव एवं 2009 बैच के आईएएस उमेश कुमार सहित श्रम विभाग के उप सचिव वेद प्रकाश के नाम शामिल हैं। इनमें शामिल रेणू तिवारी और उमेश कुमार का जन्म 1 जनवरी को होने की वजह से यह दोनों अधिकारी भी 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होंगे। इसके साथ ही इन पदों पर अब सरकार को नए सिरे से अफसरों की पदस्थापना करनी होगी।
नए साल में भाजपा दो दिन में करेगी सभी जिलों में कार्यशालाएं
मिशन 2023 के तहत भाजपा ने प्रदेश में बूथ मजबूत करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के निर्देश पर स्व. कुशाभाऊ ठाकरे के जन्म शताब्दी वर्ष में संगठन के विस्तार के लिए बूथ विस्तारक योजना के तहत दो दिवसीय कार्यशालाएं आयोजित करने का तय किया गया है। इनका आयोजन 5 और 6 जनवरी को प्रदेश के 14 चयनित स्थानों पर किया जाएगा। इन कार्यशालाओं में जिला अध्यक्ष, संगठन जिला प्रभारी, योजना के प्रभारी जिला महामंत्री, जिला कार्यालय मंत्री, मंडल विस्तारक एवं मंडल अध्यक्ष भाग लेंगे। ये कार्यशालाएं प्रातः 9 बजे प्रारंभ होंगी और शाम 4.30 बजे तक चलेंगी। इसमें बूथ को मजबूत करने के गुर बताए जाएंगे।
कांग्रेस चलाएगी अब भ्रष्टाचार खोल अभियान
मप्र कांग्रेस अब प्रदेश में भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोलने के लिए अभियान चलाएगी। इसकी शुरूआत बीते दिनों आदिवासियों के नाम पर संचालित योजनाओं में की जा रही अनियमितताओं के आरोप से कर दी गई है। इन आरोपों में कहा गया है कि जैविक खेती योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति (बैगा, भारिया, सहरिया) को आर्थिक सहायता देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी राशि में वास्तविक हितग्राहियों को सहायता नहीं मिली और उनकी जगह अधिकारियों ने अन्य वर्ग के नाम पर पैसा निकाल लिया। पोल खोल समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि केन्द्र द्वारा वर्ष 2016-17 में जैविक खेती योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए 20 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। इस 20 करोड़ रुपए को सहरिया, भारिया और बैगा की जगह ब्राह्मण, तेली, कुर्मी सहित अन्य वर्ग के हितग्राहियों को प्रदान कर दिया गया।
दलबदलू बिरला की विधायकी बरकरार
खंडवा लोकसभा उपचुनाव के समय अचानक भाजपा में शामिल हुए बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिरला की विधायकी बरकरार रहेगी। इसकी वजह है उनकी सदस्यता समाप्ती के लिए कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक डॉ. गोविंद सिंह द्वारा दिया गया आवेदन का निरस्त हो जाना। विस के प्रमुख सचिव ने आदेश में कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष ने आवेदन पर विचार किया, जिसमें यह मप्र विधान सभा सदस्य (दल परिवर्तन के आधार पर निरर्हता) नियम 1986 के अनुसार नहीं पाया गया। आवेदनकर्ता ने जो दस्तावेज दिए, उनका सत्यापन नहीं किया, जबकि नियम 6 में यह स्पष्ट प्रविधान है कि प्रत्येक दस्तावेज का सत्यापन अनिवार्य है। इसी तरह शपथ पत्र और आवेदन में विरोधाभास भी पाया गया। इन सभी खामियों की वजह से सदस्यता समाप्ती वाले आवेदन को निरस्त कर दिया गया है।