आईआरएडी के आंकड़ों ने खोली सड़क सुरक्षा की पोल

आईआरएडी
  • 321 दिनों में मप्र में हुए 34,621 सड़क हादसे
  • मप्र में रोजाना हो रही 108 सडक दुर्घटनाएं
    भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम।
    मप्र में सड़क हादसों को रोकने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं। ब्लैक स्पॉट खत्म करने के साथ ही जागरूकता के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, लेकिन इन सब के बावजूद देश में सड़क हादसों की संख्या में मप्र सबसे आगे है। इस बात का खुलासा आईआरएडी द्वारा जारी ताजा आंकड़ों से हुआ है। आंकड़ों के अनुसार इस साल 321 दिनों में मप्र में 34,621 सड़क हादसे हुए हैं। यानी प्रदेश में प्रतिदिन लगभग 108 सड़क दुर्घनाएं हो रही हैं। इससे सड़क सुरक्षा के प्रयासों की हकीकत बयां हो रही है।
    गौरतलब है कि मप्र सहित देशभर में सड़क हादसों को रोकने के लिए निरंतर कार्ययोजना पर काम हो रहा है। लेकिन इन प्रयासों के बाद भी सड़क हादसे रूकने की बजाय लगातार बढ़ रहे हैं। इसी वर्ष 1 जनवरी से 17 नवंबर तक के आंकड़े बताते हैं कि मप्र सड़क हादसे में देश में नंबर वन है।
    प्रदेश में जबलपुर में सर्वाधिक हादसे
    सड़क हादसे में मप्र जहां देश में नंबर वन है, वहीं प्रदेश में जबलपुर ऐसा जिला है जहां, देश में सबसे अधिक सड़क हादसे हुए। इसके बाद इंदौर और फिर सागर का स्थान है। 1 जनवरी से 17 नवंबर तक जबलपुर में 3,069 हादसे हुए हैं। वहीं इंदौर में 2,835, सागर में 2,078 हादसे हुए हैं। इसमें महत्वपूर्ण बात ये है कि सबसे  ज्यादा हादसे तेज रफ्तार से वाहन चलाने और ओवरटेक करने के कारण हुए हैं। एएसपी यातायात जबलपुर संजय अग्रवाल कहते हैं कि जहां भी अधिक हादसे हुए हैं, ऐसे स्थानों को चिन्हित कर लिया है। रोड एजेंसी को सुधार के लिए कहा गया है।
    तमिलनाडु दूसरे और कर्नाटक तीसरे स्थान पर
    आईआरएडी द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा एक्सीडेंट वाले टॉप 10 राज्य में मध्यप्रदेश पहले स्थान पर है। यहां 34,621 सड़क हादसे में 50,913 लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं तमिलनाडु दूसरे स्थान पर है। यहां 30,395 हादसों में 44,473 लोग प्रभावित हुए हैं। कर्नाटक तीसरे स्थान पर है वहां 19,364 हादसे में 28,880 लोग, राजस्थान में 19,246 हादसे में 23,692 लोग,  उत्तरप्रदेश में 18,498 हादसे में27,708 लोग, महाराष्ट्र में 16,863 हादसे में 24,527 लोग, छत्तीसगढ़ में 3,993 हादसे में 5,954 लोग, तेलंगाना में 2,026 हादसे में 2,750 लोग, उड़ीसा में 423 हादसे में 627लोग, पांडुचेरी में 121 हादसे में 158 प्रभावित हुए हैं। सड़क दुर्घटनाओं के वास्तविक कारणों का विश्लेषण कर सुधारात्मक उपाय करने तथा दुर्घटनाओं में नियंत्रण के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने राष्ट्रीय सूचना केंद्र तथा आईआईटी मद्रास के सहयोग से आईआरएडी मोबाइल ऐप और वेब एप्लिकेशन तैयार किया है। इस ऐप से विश्लेषण के लिए डाटा बेस तैयार होता है।

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