– घर बैठे मिलेंगे मध्य प्रदेश लघु वनोपज संघ के उत्पाद
– संघ ने तीन ई-कॉमर्स कंपनियों से किया करार
– अब घर बैठे ऑर्डर कीजिए प्रदेश की हर्बल चाय, शहद, च्यवनप्राश समेत 16 उत्पाद
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। अब मप्र के वनोपज से बने हर्बल और स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद से पूरा देश महकेगा-दमकेगा। इसके लिए मप्र लघु वनोपज संघ ने तीन ई-कॉमर्स कंपनियों से करार किया है। ये कंपनियां अब घर बैठे लोगों को मप्र लघु वनोपज संघ के च्यवनप्राश, शहद, त्रिफला, हर्बल चाय, अश्वगंधा, सफेद मूसली, सहित अन्य उत्पाद उपलब्ध कराएंगी। मप्र के वन लघु वनोपज के मामले में बेहद समृद्ध हैं।
राज्य में कई लघु वनोपज की प्रजातियां वाणिज्यिक महत्व की हैं। प्रदेश की बड़ी आबादी भी वनोपज पर आश्रित है। लघु वनोपजों के संग्रहण, प्रसंस्करण और विपणन के माध्यम से ग्रामीणों को आजीविका से जोड़ने शासन द्वारा विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। वन प्रजातियों के फल, बीज, पत्ते, छाल और फूल सहित औषधि जड़ी-बूटियों को अब बेहतर दाम और बाजार मिलेगा। इसके लिए मप्र लघु वनोपज संघ ने विस्तृत योजना बनाई है।
अमेजॉन, फ्लिपकार्ड और मीसो डॉटकॉम से करार
मप लघु वनोपज संघ लोगों की मांग के बाद भी दूसरे राज्यों तक अपने उत्पाद नहीं पहुंचा पाता था। इसके लिए डीलर ज्यादा रुचि नहीं लेते थे और जो डीलर उत्पाद बेचने के लिए तैयार भी होते थे वे बहुत ज्यादा कमीशन की डिमांड करते थे। इसके चलते संघ ने डिजिटल बाजार पर अपने उत्पादों को उतार दिया है, इससे लोग अपनी जरूरत के अनुसार सामान ऑनलाइन घर बुला सकेंगें। इसके लिए संघ ने अमेजन, फ्लिपकार्ट और मीसो डॉट कॉम से अनुबंध किया है। इन बाजारों के जरिए ये उत्पाद देश के किसी भी जगह पर लोगों को उपलब्ध कराए जा सकेंगे। बताया जाता है कि एक हफ्ते पहले ही संघ ने अपने 16 उत्पादों को डिजिटल प्लेट फार्म पर उतार है, जिसमें लोगों का बेहर रुझान देखने में आ रहा है। अब मप्र लघु वनोपज संघ का च्यवनप्राश, शहद, त्रिफला, हर्बल चाय, अश्वगंधा, सफेद मूसली, सहित अन्य उत्पाद डिजिटल बाजार में मिलेंगे।
लगातार बढ़ रही थी मांग
मिली जानकारी के अनुसार मप्र लघु वनोपज संघ के च्यवनप्राश, शहद, त्रिफला, हर्बल चाय, अश्वगंधा, सफेद मूसली, सहित अन्य उत्पाद की देशभर में मांग है। लॉकडाउन के दौरान से दूसरे राज्यों से प्रदेश के आयुर्वेदिक औषधियों और हर्बल उत्पादों की मांग सबसे ज्यादा आई है। उत्पाद को वहां तक पहुंचाने में संघ को तमाम तरह की दिक्कतें आती थीं। इसके चलते कुछ आउटलेट संचालकों ने अपने स्तर पर संघ के उत्पादों को प्रदेश के बाहर भेजा था। लगातार बढ़ती मांगों को देखते हुए अब संघ ने अमेजॉन सहित अन्य डिजिटल प्लेट कारोबारियों से करार किया है। इन कारोबारी कंपनियों को 10 से 20 फीसदी कमीशन दिया जाएगा।
डिजिटल प्लेटफार्म पर उतरते ही बढ़ी मांग
मप्र लघु वनोपज संघ ने एक हफ्ते पहले इस डिजिटल प्लेटफार्म पर अपने उत्पादों को उतारा है। इसमें सबसे ज्यादा डिमांड, हर्बल चाय, शहद और च्यवनप्राश की आई है। बताया जाता है कि मांग बढ़ने पर प्रदेश में तैयार हो रहे सभी 250 उत्पादों को इस प्लेटफार्म में लाया जाएगा। संघ के अधिकारियों का कहना है कि अब आॅनलाइन का टाइम आ गया है, इसके चलते संघ को अपने कारोबार को भी बदलना जरूरी हो गया है। मप्र लघु वनोपज संघ के एमडी पुष्कर सिंह कहते हैं कि संघ के सभी उत्पादों को आॅन लाइन बेचने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल 16 उत्पादों को आन लाइन प्लेटफार्म पर लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है, धीरे धीरे इस बढ़ाया जाएगा।
11/09/2021
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