भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश में अन्य राज्यों की अपेक्षा निवेशकों ने दिलचस्पी ज्यादा दिखाई है। करीब 18 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश का फैसला किया है। अब निवेशकों के उद्योग स्थापित कराने के लिए सरकार मंथन करेगी। इसके पीछे की वजह है कि उद्योगों को स्थापित करने के लिए जमीन में रियायत दी जाएगी। राज्य सरकार से सरकारी जमीनों की मांग भी निवेशकों ने की है। उन्हें किस दाम पर जमीनों का आवंटन किया जाएगा। इस संबंध में जल्द ही सीएम उद्योग विभाग के अफसरों से चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि सबसे ज्यादा जमीनों के आवंटन को लेकर पेंच फंसने वाला है। इसके पीछे की वजह है कि राजस्व विभाग ने उद्योगों को जमीनों के लिए कई शर्ते रखी हैं। दरअसल, लोगों को रोजगार मिलने के साथ निवेशकों ने मध्यप्रदेश की ओर रुख किया है। पिछले एक पखवाड़े में प्रदेश को 18 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं। उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री से अलग-अलग मुलाकात में यह प्रस्ताव दिए हैं। कोई यहां नए उद्योग लगाना चाहता है तो कोई यहां स्थापित अपनी इकाइयों का विस्तार चाहता है। इनमें टेक्सटाइल, खाद्य प्रसंस्करण, लॉजिस्टिक, स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रस्ताव प्रमुख हैं।
ये मिले प्रस्ताव
– अर्न इंडिया मैन्युफेचरिंग ने एलइडी लाइट्स और स्मार्ट होम प्रोडक्ट्स की 200 करोड़ रूपए लागत की इकाई स्थापित करने को तैयार।
– हिन्दुस्तान पेट्रोलियम द्वारा होशंगाबाद में 400 करोड़ रुपए की पूंजीगत व्यय से कैंसर स्पेशियलटी हॉस्पिटल की स्थापना में सहयोग का प्रस्ताव।
–विहान इंटरप्राइजेज का 185 करोड़ रुपए के निवेश से प्रसंस्करण इकाईयों और संयंत्रों की स्थापना का प्रस्ताव। यह उद्योग सीहोर जिले में बुदनी के निकट ग्राम बासापुर-जरार्पुर में लगाना प्रस्तावित है।
– अविगना प्राइवेट लिमिटेड का कृषि और लॉजिस्टिक के क्षेत्र में प्रस्ताव।
– सागर ग्रुप का 1000 करोड़ रुपए से भोपाल में मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल प्रारंभ करने की कार्ययोजना को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव।
10/09/2021
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