ऑफ द रिकॉर्ड/मोदी के विरोध में बन रहा है तीसरा मोर्चा शरद पवार कर रहे हैं नेतृत्व

  • नगीन बारकिया
शरद पवार

मोदी के विरोध में बन रहा है तीसरा मोर्चा शरद पवार कर रहे हैं नेतृत्व
जैसे जैसे प्राकृतिक मौसम बदल रहा है वैसे वैसे देश का राजनीतिक मौसम भी अपना रंग बदलता दिखाई दे रहा है। 2024 के लोकसभा चुनावों के पूर्व सेमीफाइनल माने जा रहे उप्र समेत पांच राज्यों के होने वाले विधानसभा चुनावों ने माहौल में विपक्षी एकता की गर्मी लाने की शुरूआत की तो महाराष्ट्र की महाआघाड़ी सरकार के हिचकोले खाने  के कारण राजनीति के खिलाड़ी इसका अपने अपने तरीके से फायदा उठाने का प्रयास करने में लग गए हैं। संसद का मानसून सत्र भी तीसरे मोर्चे की इस कवायद को तेज करने का कारण बना है। एनसीपी के स्वयंभू नेता शरद पवार ने मंगलवार शाम को विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाकर इस काम की राह तय कर दी है। बैठक में तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और आम आदमी पार्टी सहित कई अन्य पार्टियों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर उर्फ पीके की शरद पवार से हुई दो मुलाकातों ने इन अटकलों को जन्म दिया कि पवार ने यह बैठक पीके की सलाह पर बुलाई है। बैठक राष्ट्र मंच के बैनर तले होने की उम्मीद है। राष्ट्र मंच का गठन पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने 2018 में किया था। बैठक में कांग्रेस के किसी नेता के शामिल होने की उम्मीद नहीं है।

खुद पीके को तीसरे या चौथे मोर्चे पर भरोसा नहीं
एक तरफ पीके की सलाह पर तीसरे मोर्चे के गठन की खबरें आ रही है तो दूसरी ओर स्वयं पीके ने तीसरे या चौथे मोर्चे द्वारा भाजपा को हराने की संभावना को खारिज कर दिया। पीके ने एनडीटीवी से मुलाकात में कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि तीसरा या चौथा मोर्चा सफलतापूर्वक बीजेपी को चुनौती दे सकेगा। उन्होंने कहा कि तीसरा मोर्चा ‘जांचा-परखा’ हुआ है और यह मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में फिट नहीं बैठता। इसके साथ पीके ने शरद पवार के साथ हुई अपनी दो मुलाकातों पर इतना ही कहा कि वे सिर्फ एक दूसरे को अच्छी तरह जानने के लिए मिल रहे हैं। इससे पहले कभी दोनों ने इतनी करीबी से काम नहीं किया है।

मिजोरम के मंत्री ने किया ये ऐलान
मिजोरम के एक मंत्री ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक बच्चों वाले माता-पिता के लिए एक लाख रुपये की नकद प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है। उनके इस कदम का उद्देश्य कम जनसंख्या वाले मिजो समुदायों को जनसंख्या वृद्धि को लिए प्रोत्साहित करना है। हालांकि, खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रोयते ने बच्चों की न्यूनतम संख्या का जिक्र नहीं किया। यह घोषणा ऐसे वक्त में की गई है, जब देश के कई राज्य जनसंख्या नियंत्रण नीति का समर्थन कर रहे हैं। रविवार को फादर्स डे के अवसर पर मंत्री ने घोषणा की कि वह अपने आइजोल पूर्वी-2 विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक संतान वाले पुरुष या महिला को एक लाख रुपये की नकद प्रोत्साहन राशि देंगे। उन्होंने सोमवार को एक बयान में कहा कि ऐसे व्यक्ति को एक प्रमाणपत्र और एक ट्रॉफी दी जाएगी। संभवत: प्रोत्साहन राशि का भार मंत्री के बेटे की एक कंस्ट्रक्शन कंसल्टेंसी कंपनी उठाएगी। मंत्री ने कहा कि मिजो समुदाय में जनसंख्या वृद्धि की कम दर गंभीर चिंता का विषय है।

खसरे का टीका भी बच्चों को कोरोना से बचाता है
यह एक अच्छी खबर आई है कि बच्चों को लगाया जाने वाला खसरे का टीका भी कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी है। यह दावा विशेषज्ञों के एक समूह का है। एक रिपोर्ट के अनुसार पुणे के बीजे मेडिकल कालेज के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में पाया है कि खसरे का टीका बच्चों को कोविड-19 के खिलाफ कुछ हद तक सुरक्षा प्रदान कर सकता है। अध्ययन में 548 प्रतिभागियों (1 से 17 वर्ष की आयु) का विश्लेषण किया गया, जिन्हें दो समूहों में विभाजित किया गया था। एक समूह में आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव पाये गये बच्चों को रखा गया, जबकि दूसरे समूह में कोरोना निगेटिव बच्चों को शामिल किया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि 87.5 फीसदी की वैक्सीन प्रभावशीलता थी और यह कि टीकाकरण प्रतिभागियों में असंबद्ध की तुलना में कम गंभीर लक्षण थे।

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