- नगीन बारकिया
कोरोना संक्रमण से उबरे लोगों में इम्युनिटी ज्यादा होने के लक्षण
कोरोना वायरस के मामले में किए जा रहे विभिन्न शोध कार्यो में से एक शोध में यह बात उभरकर सामने आई है कि संक्रमण से उबरे लोगों की इम्युनिटी ज्यादा होती है और यदि वे टीका भी लगवा लेते हैं तो इससे उन्हें फायदा अधिक होगा। वैसे भी अब देश में कोरोना के मामले पहले के मुकाबले कम हुए हैं। सरकारों का पूरा फोकस कोरोना टीका अधिक से अधिक लगाने पर शिफ्ट हो गया है। तीसरी लहर की तैयारी अभी से शुरू हो गई है और फोकस इस बात पर है कि तीसरी लहर आए उससे पहले कोरोना का टीका अधिक से अधिक लोगों को लग जाए। हालांकि सवाल इसका भी है कि कोरोना का टीका कितने दिनों तक असरदार रहेगा। सोमवार को प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोविड -19 संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों में एंटीबॉडी और इम्यून मेमोरी छह महीने से एक वर्ष तक बनी रहती है, और टीकाकरण होने पर वे और भी सुरक्षित हो जाते हैं। रॉकफेलर यूनिवर्सिटी और न्यूयॉर्क में वेइल कॉर्नेल मेडिसिन की एक टीम के नेतृत्व में शोधकर्ताओं का ये निष्कर्ष, सोमवार को प्रकाशित किया गया था। इससे पता लगा है कि कोरोना से उबरे व्यक्ति की इम्यूनिटी लंबी हो सकती है।
अलग थलग पड़े चिराग अब क्या करेंगे..
आज चाहे कितना ही यह कहा जाए कि चिराग के दल में अंधेरा करने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में जद यू का कोई हाथ नहीं है लेकिन इस बात में कोई शक नहीं कि इस समय सबसे ज्यादा सुकून जद यू नेताओं को ही मिल रहा होगा। बिहार के चुनाव में एनडीए और खासकर नीतीश कुमार और जदयू को नुकसान पहुंचाने के फलस्वरूप तब से ही चिराग अलग थलग पड़ते जा रहे थे क्योंकि चिराग की उस रणनीति ने जद यू को तो नुकसान पहुंचाया लेकिन उससे उनकी लोजपा कोई फायदा नहीं उठा सकी। भले ही चिराग ने तब भाजपा का विरोध नहीं किया हो लेकिन उनकी नीति एनडीए विरोधी होने से इस उठापटक में भाजपा का भी कोई सहयोग उन्हें नहीं मिला। इसके साथ ही भविष्य में चिराग को लेकर भाजपा के रुख पर अटकलें भी लग रही हैं। लोग पूछ रहे हैं कि क्या आगे चिराग को भाजपा से कोई मदद मिल सकती है? बताया जाता है कि सोमवार को लोजपा के पांचों सांसदों की दिनभर की गतिविधियों पर कहीं न कहीं एनडीए के दोनों दलों भाजपा और जदयू के नेताओं की नजर रही। लोजपा सांसद वीणा सिंह के घर हुई बैठक में जदयू के तीन बड़े नेता देखे गये। खबर यह है कि इनमें लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह, पासवान के निकट रिश्तेदार तथा वरिष्ठ जदयू नेता महेश्वर हजारी तथा जदयू के मुख्य प्रवक्ता तथा विधान पार्षद संजय सिंह भी मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक लोजपा सांसदों के साथ जदयू नेताओं ने दिन का भोजन किया।
डेल्टा वेरिएंट ने बढ़ाई दुनिया की मुश्किलें, ब्रिटेन हुआ लॉकडाउन
कोरोना वायरस के नये डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट ने पूरी दुनिया को एक बार फिर सकते में डाल दिया है। यूरोप के देशों में कोरोना का तेजी से संक्रमण फैल रहा है और इसका कारण डेल्टा वेरिएंट को ही बताया जा रहा है। इसकी वजह से यूरोप के कई देशों में लॉकडाउन की तैयारी है। ब्रिटेन ने तो चार हफ्ते के लिए लॉकडाउन बढ़ा भी दिया है। एक खबर के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक बयान में भी कहा गया कि डेल्टा वेरिएंट अब तक 53 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को पुष्टि की है कि डेल्टा वेरिएंट के प्रसार के परिणाम स्वरूप इंग्लैंड में कोरोना वायरस प्रतिबंधों में अगली छूट 19 जुलाई तक यानी कि चार सप्ताह बाद ही संभव है।
सुखद खबर: कोरोना मृतकों की संख्या में भारी गिरावट
कोरोना की तमाम नकारात्मक खबरों के बीच एक खबर बड़ी ही सुखद सूचना लेकर आई कि दूसरी लहर का प्रकोप अब धीरे-धीरे कम होने लगा है और 80 दिनों बाद देश में कोविड-19 के सबसे कम मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही इस महामारी से होने वाली मौत में भी बड़ी गिरावट आई है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 62 हजार 597 नए मामले सामने आए हैं, जबकि इस दौरान 1452 मरीजों की मौत हुई। इसके बाद देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2 करोड़ 95 लाख 70 हजार 35 हो गई है, जबकि अब तक 3 लाख 77 हजार 61 लोग इस महामारी की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं।