
कोरोना संक्रमण समाप्त होते ही आगामी उपचुनावों के लिए बैठकों का दौर होगा शुरू
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में निकट भविष्य में खंडवा लोकसभा, जोबट और पृथ्वीपुर विधानसभाओं के उपचुनाव होना है। प्रदेश कांग्रेस हाल ही में दमोह उपचुनाव जीतकर उत्साह से भरी है। दरअसल इस उपचुनाव में कमलनाथ ने रणनीति के तहत काम किया और उसे इसमें बड़ी सफलता भी मिली है। ऐसे में अब कहा जा रहा है कि क्या कांग्रेस दमोह उपचुनाव जैसी ही रणनीति पर आगामी उपचुनाव भी लड़ सकेगी। फिलहाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जो संकेत दिए हैं उससे स्पष्ट है कि जिस तरह कांग्रेस ने दमोह में प्रत्याशी चयन के लिए पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर को पर्यवेक्षक बनाया था। उसी तरह आगे होने वाले उपचुनाव में भी पर्यवेक्षक भेजे जाएंगे। नाथ ने तय किया है कि चुनाव लड़ने के लिए जितने भी दावेदार है, उनसे एक बार क्षेत्र में और एक बार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बैठक की जाएगी। यह भी दो स्तरों पर होंगीं। प्रत्याशी का चयन आम सहमति बनाकर किया जाएगा। इसके लिए पूर्व मंत्रियों की अगुवाई में पर्यवेक्षक दल स्थानीय स्तर पर रायशुमारी के लिए भेजा जाएगा। सूत्रों की मानें तो वरिष्ठ पदाधिकारियों को इस रणनीति के आधार पर तैयारी करने के संकेत दिए गए हैं।
कोरोना खत्म होते ही होगा एक्शन
पीसीसी चीफ कमलनाथ के मुताबिक कोरोना संकट खत्म होने के बाद प्रदेश में उपचुनावों को लेकर बैठकें शुरू की जाएंगीं। इन बैठकों के जरिए खंडवा लोकसभा, जोबट और पृथ्वीपुर विधानसभा सीटों के लिए आम सहमति से प्रत्याशी चयन और चुनाव जीतने की रणनीति पर विचार होगा।
पर्यवेक्षक करेंगे रायशुमारी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के संकेतों के मुताबिक कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने के बाद पार्टी उपचुनावों को लेकर रायशुमारी और बैठकें शुरू करेगी। इस दौरान क्षेत्र के सभी पार्टी पदाधिकारियों के अलावा दावेदारों से भी चर्चा की जाएगी। इसके बाद पर्यवेक्षक क्षेत्र में रायशुमारी करने जाएंगे और दावेदारों से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि हर स्तर पर प्रयास यही रहेगा कि प्रत्याशी आम सहमति से चुना जाए। सभी दावेदारों को विश्वास में लेकर नाम घोषित होगा। इससे जिस तरह दमोह विधानसभा के उपचुनाव में एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा गया वैसा ही आगामी खंडवा लोकसभा, जोबट और पृथ्वीपुर विधानसभा का उपचुनाव लड़ा जाएगा।
जिताऊ उम्मीदवार को टिकट
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि टिकट के लिए एक ही फार्मूला है और वह जीत की संभावना। टिकट के दावेदार अधिक होने पर जोर इस बात का रहेगा कि प्रत्याशी को लेकर आम सहमति हो। हाल के दमोह विधानसभा उपचुनाव में में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि प्रत्याशी का चयन स्थानीय स्तर पर आम सहमति से हो। यजी वजह रही कि पार्टी को इसका फायदा भी मिला। अब नही रणनीति पार्टी की आगे भी रहेगी।
कहां किसे दी जाएगी तवज्जो
पार्टी से मिल रहे संकेतों से खंडवा में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की राय को तवज्जो मिलेगी। यादव खंडवा लोकसभा से दो बार सांसद रह चुके हैं। वे इस बार भी प्रबल दावेदार हैं। वहीं जोबट में भूरिया परिवार को और पृथ्वीपुर में राठौर परिवार निर्णायक भूमिका में रहेंगे।