युवक कांग्रेस: अध्यक्षीय पाने जीतना होगा चुनाव

युवक कांग्रेस
  • युवाओं को पार्टी से जोडऩे की रणनीति

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में यह पहला मौका होगा जब युवक कांग्रेस में मंडल से लेकर प्रदेशाध्यक्ष तक का पद चुनाव जीतने वालों को ही मिल सकेगा। इसके पीछे  पार्टी की रणनीति अधिक से अधिक युवाओं को पार्टी से जोडऩे की है। इसकी वजह है मंडल स्तर पर होने वाले चुनाव से पहले सदस्यता अभियान चलाया जाना। अध्यक्षीय पाने के लिए पार्टी के नेताओं द्वारा जीत हासिल करने के लिए अपने-अपने अधिक समर्थक बनाने के लिए अधिकाधिक सदस्य बनाए जाएंगे। जिसका फायदा पार्टी को चुनाव के दौरान मिल सकेगा। चुनाव की घोषणा बीते रोज संगठन की ओर से नियुक्त चुनाव आयुक्त सैय्यद नासिर हुसैन, प्रदेश चुनाव अधिकारी मुकुल गुप्ता और प्रदेश प्रभारी शेष नारायण ओझा द्वारा की जा चुकी है। इसके तहत नामांकन 27 अप्रैल से छह मई तक स्वीकार किए जाएंगे। मतदान आइवायसी एप के माध्यम से होगा। सदस्यता अभियान 11 मई से प्रारंभ होगा। सदस्य बनते ही उसे मतदान करना होगा। इसमें भी एक सदस्य छह वोट डालेगा। निर्वाचन कार्यक्रम के तहत 19 से 25 अप्रैल तक समन्वयक जिलों में जाकर चुनाव संबंधी जानकारियां देंगे। इसके बाद 27 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। नामांकन वही युवा कर पाएंगे, जो 18 से 35 वर्ष आयु के होंगे। इसकी गणना का आधार नामांकन की अंतिम तिथि रहेगी। नामांकन के बाद दावा-आपत्ति करने के लिए 28 अप्रैल से सात मई तक का समय दिया जाएगा। चुनाव की टीम इनका गुण-दोष के आधार पर निराकरण नौ मई तक करेगी। चुनाव लडऩे वाले अभ्यर्थियों की सूची को 11 मई को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद एक माह का सदस्यता अभियान चलेगा। इसके साथ ही मतदान की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो जाएगा। संगठन के मोबाइल एप के माध्यम से ऑनलाइन मतदान होगा। परिणाम आने में चार से पांच माह लग जाएंगे। वे सभी युवा चुनाव लडऩे के पात्र होंगे, जो सदस्य होंगे और आयु संबंधी मापदंड को पूरा करेंगे। आयु के प्रमाण के लिए अंकसूची देनी होगी।
अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के होंगे अध्यक्ष
संगठन ने प्रदेश के सात जिलों में अध्यक्ष के पद अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित किए हैं। इनमें सागर, देवास, जबलपुर शहर, पांढुर्णा, गुना, बुरहानपुर और सतना शामिल हैं।
मतदान के आधार पर पदाधिकारी बनाए जाएंगे
संगठन पदाधिकारियों ने बताया कि मतदान के आधार पर पदाधिकारी बनेंगे। जिस पद के लिए जिसे जितने मत मिलेंगे, उसके आधार पर उसके पद का निर्धारण हो जाएगा। मान लीजिए प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए सात अभ्यर्थी खड़े हैं, उसमें सर्वाधिक मत प्राप्त करने वाला अध्यक्ष और उसके बाद मतों के आधार पर चार उपाध्यक्ष बनेंगे। इनमें दो पद अनुसूचित जाति-जनजाति और दो अनारक्षित रहेंगे। शेष अभ्यर्थी सचिव बनाए जाएंगे। महासचिव के 20 से 22 पद रहेंगे।
अब तक इन पदों के लिए होते थे चुनाव
कांग्रेस की इकाई युवा कांग्रेस में वर्ष 2011 में चुनाव की शुरुआत हुई थी। मप्र युवा कांग्रेस में पहले निर्वाचित अध्यक्ष प्रियव्रत सिंह थे, जो बाद में कमलनाथ सरकार में ऊर्जा मंत्री भी बने। उस समय दो साल का कार्यकाल था। अगस्त 2013 में दूसरे प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी बने। पार्टी में अब तक प्रदेशाध्यक्ष के अलावा प्रदेश महामंत्री, प्रदेश सचिव, जिला अध्यक्ष, जिला महामंत्री व विधानसभा प्रभारी का चयन मतदान के जरिए होता था।

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