पुतिन नहीं माने तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम: ट्रंप

ट्रंप

वॉशिंगटन। यूक्रेन की ओर से युद्ध विराम समझौते पर सहमति जताए जाने के बाद अब अमेरिका ने रूस से बातचीत शुरू कर दी है। बताया जा रहा है इस मसले पर पुतिन से बात करने के लिए अमेरिकी अधिकारी रूस रवाना हो गए हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने रूस को चेताया है। उन्होंने कहा कि अगर रूस समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करता है तो उसे विनाशकारी परिणाम भुगतने होंगे।

दरअसल, सऊदी अरब के जेद्दा में अमेरिका और यूक्रेन के बीच हुई बैठक में कीव ने अमेरिका के तत्काल अंतरिम युद्धविराम के प्रस्ताव पर सहमति जता दी थी। यह युद्धविराम शुरुआत में 30 दिनों के लिए होगा। अब इस मुद्दे पर रूस की सहमति का इंतजार है। युद्ध विराम पर बातचीत के लिए अमेरिकी अधिकारी तुरंत रूस जा रहे हैं। व्हाइट हाउस ने कहा कि उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ इस सप्ताह के अंत में मास्को जा रहे हैं। युद्ध विराम समझौते को लेकर ट्रंप ने कहा कि इस समय लोग रूस जा रहे हैं। उम्मीद है कि हम रूस से युद्ध विराम पर सहमति प्राप्त कर लेंगे। अगर ऐसा हो जाता है, तो मुझे लगता है कि इस भयानक रक्तपात को समाप्त करने का 80 फीसदी रास्ता यही होगा।

ट्रंप ने कहा कि अब सब कुछ रूस पर निर्भर है। हालांकि मुझे रूस से सकारात्मक संदेश मिले हैं, लेकिन ऐसे संदेशों का कोई मतलब नहीं होता। यह बहुत गंभीर स्थिति है। इससे तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो सकता है। ट्रंप ने कहा कि यदि मास्को युद्ध विराम पर हस्ताक्षर नहीं करता है तो वह उस पर विनाशकारी प्रतिबंध लगा सकते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि मुझे आशा है कि इसकी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। ट्रंप ने कहा कि मैं वित्तीय रूप से ऐसी चीजें कर सकता हूं जो रूस के लिए बहुत बुरी होंगी। मैं ऐसा नहीं करना चाहता क्योंकि मैं शांति चाहता हूं। बता दें कि बीती 28 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में तनावपूर्ण बैठक हुई थी। इस बैठक में दोनों नेताओं के बीच युद्धविराम को लेकर बहस भी हुई थी, जिसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन की सुरक्षा सहायता पर रोक लगा दी थी।

Related Articles