
निजी क्षेत्र में नौकरियों में आई कमी : जीतू पटवारी
मप्र में पिछले चार साल में निजी क्षेत्र में नौकरियों की संख्या में कमी आई है। अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग और महिलाओं को 2021 में 36 हजार 324 नौकरियां मिली थीं। वहीं, 2024 में यह घटकर 21 हजार 054 पहुंच गईं। इसी तरह 2021 में 10 हजार 963 महिलाओं को नौकरियां मिला थीं, जो 2024 में घटकर छह हजार 564 रह गईं। यह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आर्थिक सर्वेक्षण पर प्रतिक्रिया देते हुए कही।
मंत्री राजपूत को घेरते नजर आए विधायक भार्गव
चर्चा के दौरान विधायक गोपाल भार्गव मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को घेरते नजर आए। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष महोदय, विश्नोई ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से प्रश्न उठाया है, यह एक आपराधिक घटना के परिप्रेक्ष्य में ईओडब्ल्यू जांच में था। मेरा सुझाव है कि चूंकि दो तीन विभाग इस उपार्जन के काम को देखते हैं। खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग भी है, सहकारिता विभाग भी है। हर समिति में एक प्रबंधक की स्थायी नियुक्ति कर दें तो ये समस्या दूर हो जाएगी। इससे पहले राजपूत ने उन्हें टोका भी पर उन्होंने अपनी बात रखी।
पत्रकार से बदसलूकी पर बवाल ! मंत्री राजपूत पर अवैध खनन का आरोप
जिले में अवैध खनन की पड़तौल करने पहुंचे पत्रकार मुकुल शुक्ला से खनिज अधिकारी ने बदसलूकी की, उनका मोबाइल छीन लिया और हाथापाई की। जब पत्रकार ने बाइट रिकॉर्ड करने की कोशिश की, तो अधिकारी ने गुस्से में उन्हें दफ्तर से बाहर निकलवा दिया। घटना का वीडियो वायरल होते ही मामला गरमा गया, लेकिन खनिज अधिकारी ने उल्टा पत्रकार पर ही धारा 353 के तहत केस दर्ज करवा दिया। जब पत्रकार शिकायत दर्ज कराने पहुंचे, तो पुलिस ने एफआईआर करने से इनकार कर दिया और उनके साथ भी अभद्रता की। इस घटना के विरोध में पत्रकार संघ धरने पर बैठ गया, जिसे कई सामाजिक संगठनों व जनप्रतिनिधियों का समर्थन मिल रहा है। वही इस पूरे मामले को लेकर क्षत्रिय महासभा के नेता राजकुमार धनोरा ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर इस अवैध उत्खनन में संलिप्तता के आरोप लगाए हैं।
सहकारिता क्षेत्र में चुनाव क्यों नहीं कराए जा रहे: जयवर्धन सिंह
मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने प्रदेश के स्कूलों में 70000 शिक्षकों की कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार इस और ध्यान नहीं दे रही है। इस पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि विधायक अभिभाषण से हटकर वक्तव्य दे रहे हैं। इस पर सत्ता पक्ष के दूसरे सदस्य भी सारंग का समर्थन करने लगे। जिससे सदन में शोर-शराबा होने लगा। बाद में विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा कि जो आंकड़े उन्होंने पेश किए हैं, वह स्कूल शिक्षा विभाग के आंकड़े हैं। वे गलत जानकारी नहीं दे रहे हैं। सीखो कमाओ योजना को लेकर जयवर्धन सिंह ने कहा कि योजना का बजट 300 करोड़ है, लेकिन इसमें से केवल 30 करोड़ खर्च किए गए हैं। उन्होंने सहकारिता विभाग में चुनाव न कराए जाने को लेकर कहा कि सहकारिता विभाग में हर 5 वर्ष में चुनाव होते थे। भाजपा राज्य में चुनाव क्यों नहीं हो रहे? मंडियों के चुनाव होते थे, लेकिन अब क्यों नहीं हो रहे? जयवर्धन ने कहा कि हम चाहते है कि सदन में मुख्यमंत्री आश्वासन दें कि वर्ष 2025 में मंडियों के चुनाव होंगे।