भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
तेजी से डिजिटल हो रही दुनिया में किसी भी प्रकार का डाटा सुरक्षित करने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक प्लेटफार्म है, जहां न सिर्फ डिजिटल करेंसी, बल्कि किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है। मप्र में सबसे पहले भोपाल में इस तकनीक का इस्तेमाल होने जा रहा है। भोपाल प्रदेश का ऐसा पहला शहर बनने जा रहा है जहां ब्लॉक चेन तकनीक के जरिए सभी विभागों के डेटा को सुरक्षित रखा जाएगा। पहले चरण में लैंड रेकॉर्ड समेत मेडिकल सेवाओं के डाटा को और ज्यादा सुरक्षित किया जाएगा। इसके बाद बैंकिंग, वित्त और सेवाओं को ब्लॉकचेन तकनीक की डिजिटल सेवाओं से जोड़ा जाएगा।
जानकारी के अनुसार तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में ब्लॉकचेन का उपयोग भूमि रेकॉर्ड और अन्य प्रशासनिक कार्यों में किया जा रहा है। इसी तर्ज पर भोपाल में भी भूमि रेकॉर्ड को डिजिटाइज करने और पारदर्शिता बढ़ाने के प्रयास शुरू हुए हैं। ब्लॉकचेन आधारित एक नया बैंकिंग सिस्टम विकसित हो रहा, इसके बाद भूमि के सौदों में बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाएगी। लैंड रेकॉर्ड में ब्लॉकचेन तकनीक एक तरह से डिजिटल खाता बही है। इसमें लेन-देन का सुरक्षित, पारदर्शी रिकॉर्ड रखा जाता है। हर लेन-देन को एक डिजिटल ब्लॉक में रखते हैं। यह ब्लॉक एक दूसरे से जुड़ते हैं और एक डिजिटल श्रृंखला बनाते हैं। हर ब्लॉक में पिछले ब्लॉक का हैश जुड़ा होता है, जिससे डेटा में छेड़छाड़ करना लगभग असंभव होता है। डिजिटल मुद्राओं में अभी इसका उपयोग होता है।
उन्नत सुरक्षा, हेरफेर की गुंजाइश नहीं
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी न्यू टाउन डेवलपमेंट अथॉरिटी, कोलकाता पश्चिम बंगाल ने एक वेब प्लेटफॉर्म एजेंसी को नियुक्त किया है जो न्यू टाउन के लिए संपत्ति पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी करने और भूमि रेकॉर्ड बनाए रखने के लिए अपूरणीय टोकन (एनएफटी) विकसित करने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक के साथ काम करती है। इसका फायदा यह है कि भूमि प्रशासन और शासन के लिए ब्लॉकचेन-आधारित भूमि रिकॉर्ड संरक्षित रखा जा सकता है। इससे पारदर्शिता और लेनदेन का पता लगाने की क्षमता बढ़ती है। धोखाधड़ी में कमी, भूमि स्वामित्व की अखंडता सुनिश्चित करती है। उन्नत सुरक्षा, हेरफेर की गुंजाइश नहीं है। बेहतर पहुंच और दक्षता, कागजी कार्रवाई और शारीरिक श्रम कम होगा। स्वचालित सत्यापन और अपडेट, रेकॉर्ड तुरंत अपडेट होगा। लागत में कमी, बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी। यह प्रणाली व्यवसाय करने में आसानी, बेहतर विवाद समाधान, विश्वास और आत्मविश्वास में वृद्धि और नीति कार्यान्वयन का समर्थन है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि लैंड रेकॉर्ड को डिजिटल किया जा रहा है। इसमें ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग होगा। प्रदेश सरकार के माध्यम से ये काम किया जा रहा। ये एक बेहतर और सुरक्षित तकनीक है। अन्य डिजिटल सेवाओं को भी अब इसकी मदद से बेहतर व पारदर्शी बनाया जाएगा। ब्लॉकचैन की प्रोग्रामिंग बहुत मजबूत होती है। इसमें कोडिंग ज्यादा बेहतर होती है, इसलिए डाटा लीकेज की आशंका नहीं रहती। इस तकनीक से जो भी डेटा रखा जाता है वह ज्यादा सुरक्षित होता है। सेंधमारी करना लगभग असंभव है। इसलिए ब्लॉकचैन को डिजिटल रिकॉर्ड को सुरक्षित रखने के लिए एक बेहतर विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है।
07/03/2025
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