ग्वालियर-आगरा एक्सप्रेस-वे निर्माण का रास्ता साफ

एक्सप्रेस-वे

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के महत्वपूर्ण ग्वालियर – आगरा वे के निर्माण का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। इसके निर्माण के लिए टेंडर जारी हो चुका है। उसके खुलने के बाद माना जा रहा है कि इसी माह में कार्यादेश जारी कर दिया जाएगा। इसकी लागत करीब 4263 करोड़ रुपये अनुमानित है। इसके निर्माण के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने पांच जनवरी को टेंडर जारी किया गया था और गत 25 फरवरी को टेंडर खोलकर तकनीकी मूल्यांकन शुरू कर दिया गया है। इस टेंडर प्रक्रिया में देश की 10 बड़ी कंपनियों ने भागीदारी की है। टेंडर खुलने के बाद अब आगामी 12 मार्च तक तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन कर कार्यादेश जारी कर दिया जाएगा।
इसकी टेंडर प्रक्रिया में दिलीप बिल्डकान, पीएनसी इंफ्राटेक, गावर इंफ्रा, अप्सरा इंफ्रास्ट्रक्चर, जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स, अदाणी इंटरप्राइजेज, आइआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर, वेलस्पान इंटरप्राइजेज, डीआर अग्रवाल इंफ्राकान और एमकेसी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियां शामिल हुई हैं। अब इनमें से पात्र कंपनी को छह माह का समय संसाधन जुटाने के लिए दिया जाएगा। इसके बाद अक्टूबर माह से काम की शुरुआत की जाएगी। इस एक्सप्रेस वे के निर्माण का समय ढाई साल यानी की 30 माह का तय किया गया है।
हालांकि कंपनियां निर्माण अवधि से सहमत नहीं थीं, वे समयावधि तीन साल किए जाने की मांग कर रही थीं, लेकिन प्राधिकरण ने उनकी मांग को ना मंजूर कर दिया। खास बात  यह है कि इसी टेंडर में मौजूदा आगरा-ग्वालियर फोरलेन हाइवे की मरम्मत के काम को भी शामिल किया गया है। इससे यह भी तय है कि नए एक्सप्रेस वे के निर्माण के साथ ही पुराने हाइवे की मरम्मत का काम भी एक साथ किया जाएगा। दरअसल, नए एक्सप्रेस वे का टेंडर नहीं होने की वजह से खराब हो चुके मौजूदा राजमार्ग की मरम्मत का काम भी अटका हुआ था। इसकी वजह से ग्वालियर से आगरा के बीच इकलौते सडक़ मार्ग पर यातायात संचालन में बड़ी समस्या बनी हुई थी।
पेड़ कटाई की बाधा
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत ताज ट्रेपेजियम(टीटीजेड) जोन में 650 पेड़ों को काटने की अनुमति भी जल्द प्राप्त हो जाएगी। पहले इस प्रोजेक्ट के लिए 755 पेड़ों को काटने के लिए चिह्नित किया गया था, लेकिन बाद में संशोधन कर पेड़ों की संख्या घटकर 650 रह गई। चूंकि इन पेड़ों को काटने के लिए सुप्रीम कोर्ट से अनुमति लेनी है, ऐसे में पर्यावरण मंत्रालय के साथ बैठक कर सहमति बना ली गई है। जल्द ही यह अनुमति भी प्राधिकरण को प्राप्त हो जाएगी, जिसके बाद काम में तेजी लाई जा सकेगी।
एक्सप्रेस वे एक नजर में
88.4 किमी होगी एक्सप्रेस वे की लंबाई
08 बड़े पुल होंगे तैयार
23 छोटे पुल तैयार किए जाएंगे
06 फ्लाईओवर का होगा निर्माण
01 एक रेल ओवरब्रिज भी बनाया जाएगा
30 माह में पूरा करना होगा निर्माण

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