- सीएम यादव का बढ़ा कद, मोदी भी कामकाज से खुश

गौरव चौहान
भाजपा में इन दिनों नीचे से लेकर ऊपर तक पीढ़ी परिवर्तन का दौर चल रहा है। यह परिवर्तन सत्ता के साथ ही संगठन तक में हो रहा है। यही वजह है कि भाजपा शासित राज्यों की सरकारों में कमान दूसरे पंक्ति के नेताओं के हाथों में सौंपी जा चुकी है। इस परिवर्तन का साक्षी मप्र भी है। यहां पर भी करीब एक साल पहले जब सरकार बनी तो राजनैतिक प्रेक्षकों के अनुमानों को ध्वस्त करते हुए डां मोहन यादव जैसे विधायक को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी गई थी। माना जा रहा था कि वे शिवराज जैसे राजनैतिक विशाल कद के नेता के सामने खुद को कैसे साबित करेंगे। अब इस तरह के सवाल उठना बंद हो गए हैं। इसकी वजह है उनकी कार्यशैली और अथक परिश्रम। यही वजह है कि अब उनकी गिनती उन नेताओं में होने लगी है जिसमें योगी आदित्यनाथ, देवेन्द्र फणनवीस और हेंमता विश्वशर्मा की गिनती होती है। यह वे नेता हैं, जिनकी पहचान अब राज्य से बाहर देशभर में हो चुकी है। इनमें ही अब डां मोहन यादव भी शुमार हो चुके हैं। यही वजह है कि ग्लोबल इंन्वेस्टर समिट में शामिल होने आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब बीते रोज पार्टी के नेताओं से करीब ढाई घंटे तक बातचीत की तो सरकार के कामकाज को लेकर कोई प्रश्न नहीं पूंछा। इस दौरान उनके द्वारा तमाम सवाल जबाब किए गए। इस दौरान बैठक में पार्टी के सांसद विधायकों से लेकर संगठन के पदाधिकारी तक शामिल थे। इससे साफ संकेत मिलता है कि प्रधानमंत्री मोदी डां मोहन यादव के कामकाज से पूरी तरह से संतुष्ट हैं। प्रधानमंत्री करीब दो दशक तक संघ के प्रचारक और इतने ही वर्षों तक भाजपा में संगठन मंत्री रहे हैं। जबकि पिछले 24 वर्षों से वो मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री जैसे पदों पर कामकाज करते आ रहे हैं। इसकी वजह से वे जल्द ही सामने वाले का परख लेते हैं। पार्टी को डॉ मोहन यादव से बहुत उम्मीदें हैं। प्रधानमंत्री समिट की तैयारियों और उसके आयोजन की भव्यता से भी संतुष्ट नजर आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने भावी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के लिए भी फीडबैक लिया लिया है। कल ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का समापन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में होगा। अमित शाह भी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे। दरअसल,ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा विधायकों, सांसदों और पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। प्रधानमंत्री ने भाजपा नेताओं को पर्सनालिटी डेवलपमेंट, चुनावी रणनीति और क्षेत्र के विकास के लिए अहम टिप्स दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कुशाभाऊ ठाकरे कंवेंशन सेंटर में प्रदेश के मंत्रियों, भाजपा विधायकों, सांसदों और पदाधिकारियों के साथ चर्चा कर उन्हें कुछ गुर भी बताए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने विधायकों से यह भी पूछा कि वे अपने क्षेत्रों में विकास के लिए क्या प्रयास कर रहे हैं। इस सवाल के जवाब में विधायकों ने अपने काम के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और नेताओं से कहा कि अपने क्षेत्रों में विकास के लिए योजना बनाएं और कार्यों की मॉनीटरिंग करें। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा जनता के बीच रहकर काम करें और विकास कार्यों को जमीन पर लाकर उन्हें महसूस कराएं। मोदी ने विधायकों से कई सवाल किए, जिसका कुछ विधायकों ने जवाब भी दिया। प्रधानमंत्री ने विधायकों को अपने व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए भी प्रेरित किया। उनका मानना था कि जब एक विधायक अपना व्यक्तित्व सुधारता है तो वह क्षेत्र में अच्छे काम कर सकता है और इससे चुनावी जीत में भी मदद मिलती है। पीएम ने विधायकों को अपने क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं से लगातार फीडबैक लेने की सलाह दी। इससे भविष्य की योजनाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि विधायक जब पूरी तैयारी के साथ विधानसभा में जाते हैं और अधिकारियों से संवाद करते हैं, तो इससे क्षेत्र में विकास कार्यों को प्राथमिकता मिलती है। बैठक के मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने बैठक में विधायकों से यह भी कहा कि वे अपने कामकाज और व्यवहार में में घमंड से दूर रहें, व्यवहार में विनम्रता बनाए रखें और क्षेत्र के विकास के लिए नवाचार करें। साथ ही, सोशल मीडिया का सही उपयोग करें और अपनी सरकार के कामों को जनता तक पहुंचाएं।
जब बैठक में छा गया सन्नाटा
मोदी ने पूछा- सोशल मीडिया पर किसके एक करोड़ फॉलोअर्स:नहीं मिला जवाब; एमपी के भाजपा विधायक-सांसदों को दिए पर्सनालिटी डेवलपमेंट के टिप्स प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के बीजेपी विधायकों, सांसदों और पदाधिकारियों से सवाल पूछा, बताइए किस विधायक के सोशल मीडिया पर 1 करोड़ फॉलोअर्स हैं। इस सवाल पर हॉल में चुप्पी छा गई, किसी ने भी जवाब नहीं दिया। इसके बाद पीएम मोदी ने बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कुशाभाऊ ठाकरे से जुड़े संस्मरण पूछे तो एक दर्जन विधायकों ने अपने संस्मरण सुनाए।
यह दिए टिप्स
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी नेताओं को व्यवहार में विनम्रता रखने, क्षेत्र के लगातार दौरे करने, प्लानिंग बनाकर काम करन की नसीहत देते हुए कहा कि ऐसा न हो कि भागदौड़ बहुत करते हों और रिजल्ट कुछ न निकले। उन्होंने इस दौरान अपनी सेहत का भी ध्यान रखने, सोशल मीडिया का सदुपयोग करने, अपने, सरकार और पार्टी के कामों को पब्लिक तक पहुंचाने , योजनाओं के क्रियान्वयन और मॉनिटरिंग में शामिल होने और अपने क्षेत्र में नए नवाचार करें और उन्हें सोशल मीडिया के जरिए दुनिया को दिखने का भी सुझाव दिया। पीएम मोदी ने विधायकों से कहा कि विधानसभा में वह तैयारी के साथ जाएं। विधायक जब पूरी तैयारी के साथ बोलते हैं तो अधिकारी प्रभावित होते हैं। वह विधायक अपनी एक अलग पहचान बनाता है। इससे क्षेत्र में काम करवाना आसान होता है। क्षेत्र का विकास होता है तो चुनाव जीतने में भी आसानी होती है।