केजरीवाल को शराब की दुकानें खोलने पर जनता ने सिखाया सबक: अन्ना हजारे

अन्ना हजारे

मुंबई। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार पर एक बार फिर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने प्रतिक्रिया दी है। अन्ना हजारे ने कहा कि पहले तो अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अच्छा काम कर रहे थे। लेकिन जब उन्होंने शराब की दुकानें खोलनी शुरू कीं तो उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। लोगों ने उनको सबक सिखाया।
अन्ना हजारे ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर केजरीवाल को समाज के सामने एक उदाहरण पेश करना चाहिए था, लेकिन वह भटक गए। उन्होंने कहा कि पहले के मुख्यमंत्री केजरीवाल अच्छा काम कर रहे थे और तीन बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। मैंने उनके खिलाफ कुछ नहीं बोला क्योंकि वह अच्छा काम कर रहे थे। लेकिन फिर धीरे-धीरे उन्होंने शराब की दुकानें खोलनी और लाइसेंस जारी करना शुरू कर दिया। तब मैं परेशान हो गया। उन्होंने कहा कि रेखा गुप्ता का राष्ट्रीय राजधानी की नई मुख्यमंत्री बनना गर्व की बात है और लोगों ने उनके शुद्ध विचारों और कार्यों के कारण उन्हें वोट दिया। अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को आम आदमी पार्टी के जन्म का श्रेय दिया जाता है।

गौरतलब है कि साल 2011 में अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन हुआ था। इस आंदोलन के बाद ही केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) की स्थापना साल 2012 में हुई थी। केजरीवाल को हजारे का समर्थक माना जाता है, लेकिन 2012 में आप का गठन करने के बाद दोनों अलग हो गए। बता दें कि शनिवार को दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के परिणाम सामने आए। जहां 27 सालों के बाद भाजपा ने दिल्ली में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार में वापसी की। भाजपा ने 70 सीटों में 48 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर ही सिमट गई। बात कांग्रेस की करें तो, दिल्ली में इस बार कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका।

Related Articles