बिच्छू टोटल रिकॉल/विजयवर्गीय बोले, जांच कराएंगे तो कई लोग कठघरे में होंगे

विजयवर्गीय

विजयवर्गीय बोले, जांच कराएंगे तो कई लोग कठघरे में होंगे
ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ मेयर्स की मध्यप्रदेश इकाई के सम्मेलन में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने निकायों में गड़बड़ी की ओर इशारा किया। कार्यक्रम में विजयवर्गीय ने कहा- हम जांच कराएंगे तो कई लोग कठघरे में खड़े हो जाएंगे। इस पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के महापौरों ने पलटवार किया। रीवा में कांग्रेस के मेयर अजय मिश्रा व सिंगरौली में आप की मेयर रानी अग्रवाल ने कहा, जब प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार है, तो सभी नगरीय निकायों की जांच कराने से किसने रोका है? प्रदेश की सभी नगरीय निकायों की जांच होनी चाहिए। जांच होगी तो भ्रष्टाचार जरूर सामने आ जाएगा। उन्होंने निकायों को अपने पैरों पर खड़े होने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आने वाले परिसीमन से नगरीय निकायों पर असर पड़ेगा, इसलिए जनता तक पहुंचना जरूरी है। निकायों को खुद की आय बढ़ानी होगी।

मंत्री के तंज पर कांग्रेस विधायक ने ली आपत्ती, मुख्यमंत्री ने सम्हाली बात
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा अनावरण के अवसर पर आयोजित सभा में मंच से प्रदेश के कृषि मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना ने कहा- देश आज कांग्रेस पर हंस रहा है…। यह सुनकर मंच पर बैठे मुरैना से कांग्रेस विधायक दिनेश गुर्जर ने आपत्ति जताई। विधायक सीट से उठे और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से बोले- अटल जी की यादों के मंच पर भाजपा-कांग्रेस की चर्चा नहीं होना चाहिए, यह गलत है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया। कंषाना ने कहा कि 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार एक वोट से गिरी थी तब कांग्रेस के मित्रों ने हंसी उड़ाई थी। एक वक्त वो आया, जब सारा हिंदुस्तान कांग्रेस पर हंस रहा है। मुख्यमंत्री ने मंच से कांग्रेस की बुराई की बात को साधते हुए कहा कि कंषाना का इरादा किसी दल की बुराई करने का नहीं था, इसलिए इंदिरा गांधी के लिए भी तालियां बजा दें। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लिए तालियों की गडग़ड़ाहट के बाद कांग्रेस विधायक दिनेश गुर्जर का गुस्सा शांत हुआ।

अज के लिए न्यायदान बड़ी जिम्मेदारी है: चीफ जस्टिस
मप्र हाई कोर्ट में सोमवार को नव नियुक्त न्यायमूर्ति आशीष श्रोती ने पदभार संभाल लिया। इससे पहले एक समारोह में चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने जस्टिस श्रोती को शपथ दिलाई। इस दौरान प्रशासनिक न्यायाधीश संजीव सचदेवा सहित अन्य न्यायमूर्ति मंचासीन थे। चीफ जस्टिस कैत ने कहा कि किसी भी जज के लिए न्यायदान एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। आशा है कि जस्टिस श्रोती विधि के ज्ञान का सदुपयोग कर न्यायप्रणाली में सहयोग करेंगे। जस्टिस श्रोती ने कहा कि वे पूरी ईमानदारी और जिम्मेदारी से कर्तव्य का पालन करेंगे। सहज, सुलभ व त्वरित न्यायदान प्रणाली की दिशा में नवाचार करने का प्रयास करेंगे। गौरतलब है कि मप्र हाई कोर्ट में जजों के कुल स्वीकृत 53 पद हैं। वर्तमान में 34 जज कार्यरत हैं, जबकि 19 पद अभी भी खाली हैं।

हाईकोर्ट ने खारिज की कांग्रेस के पूर्व विधायक कराड़ा की याचिका
विधानसभा चुनाव में शाजापुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी अरुण भीमावद ने कांग्रेस प्रत्याशी हुकुमसिंह कराड़ा को 28 मतों से पराजित कर जीत हासिल की थी। इस जीत को चुनौती देते हुए पूर्व विधायक ने हाईकोर्ट में याचिका प्रस्तुत करते हुए चुनाव को शून्य घोषित करने की मांग की थी। इस याचिका को मप्र उच्च न्यायालय ने सोमवार को यह कहकर खारिज कर दिया कि न तो याचिका सही ढंग से प्रस्तुत की गई और न ही इसमें पर्याप्त दस्तावेज हैं। इससे   कराड़ा को बड़ा झटका लगा है। उच्च न्यायालय ने उनकी चुनाव याचिका को निरस्त कर दिया है, जिससे भाजपा विधायक भीमावद की विधानसभा सदस्यता बरकरार रहेगी। न्यायमूर्ति प्रणय वर्मा ने अपने फैसले में कहा कि कराड़ा की याचिका में न तो कोई तथ्यात्मक आधार है और न ही पोस्टल बैलेट की गिनती में कोई अनियमितता पाई गई। भाजपा विधायक भीमावद की ओर से पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता पुष्यमित्र भार्गव ने मामले में पैरवी की। उल्लेखनीय है कि तीन महीने पहले इस याचिका पर सुनवाई पूरी होने के बाद न्यायालय ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।

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