सरकार में हिज्बुल्लाह को शामिल न करें: मॉर्गन ऑर्टागस

बेरूत। लेबनान में नवनियुक्त अमेरिकी राजदूत मॉर्गन ऑर्टागस ने लेबनान के राष्ट्रपति जोसेफ औन के साथ बैठक की। बैठक के बाद ऑर्टागस ने लेबनान की नई सरकार में हिज़्बुल्लाह आतंकवादी समूह को शामिल नहीं करनी की बात पर जोर दिया। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद प्रेस वार्ता कर ऑर्टागस ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लेबनानी अधिकारी इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि हिज़्बुल्लाह आतंकवादी समूह किसी भी रूप में नई सरकार का हिस्सा न बने।

ऑर्टागस ने राष्ट्रपति जोसेफ औन के साथ बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अमेरिका इस बात के लिए अपने सहयोगी इस्राइल का आभारी है कि उन्होंने हिज़्बुल्लाह को हराया। उन्होंने कहा कि लेबनान की सरकार भ्रष्टाचार को समाप्त करने और सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है, और यह सुनिश्चित करेगी कि हिज़्बुल्लाह सरकार का हिस्सा न बने। ऑर्टागस ने यह भी कहा कि अमेरिका ने स्पष्ट रूप से यह तय किया है कि हिज़्बुल्लाह लेबनानी लोगों को आतंकित नहीं कर पाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने लेबनान की सरकार में हिजबुल्लाह को शामिल करने पर ‘रेड लाइन’ खींच दीं है। बता दें कि लेबनान के प्रधानमंत्री पद के लिए नवाफ़ सलाम को मनोनीत किया गया था, लेकिन देश की सत्ता-साझाकरण प्रणाली के कारण प्रगति रुकी हुई है।

इस बीच, दक्षिणी लेबनान से इस्राइल की सेना की वापसी के लिए निर्धारित समय सीमा 26 जनवरी को खत्म होनी थी, लेकिन इसे बढ़ाकर 18 फरवरी कर दिया गया है। इस्राइल और लेबनान के बीच युद्धविराम समझौते के तहत, हिज़्बुल्लाह को लिटानी नदी के उत्तर में हटने का आदेश है, जहां अब लेबनानी सेना और संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों की तैनाती की जाएगी। गुरुवार शाम, इस्राइली सेना ने हिज़्बुल्लाह के हथियार रखने वाली दो सैन्य साइटों पर हमला किया, लेकिन इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

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