- लोकायुक्त से पूछताछ में शरद व चेतन ने किया खुलासा
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा का रसूख इससे ही समझा जा सकता है कि उसके साले ने सरकारी तालाब पर ही न केवल कब्जा कर लिया, बल्कि उस पर 193 आलीशान कोठियां तक खड़़ीं कर डालीं। इसके बाद भी प्रशासन ने उस कार्रवाई करना तो दूर उसे तरफ देखना तक मुनासिब नहीं समझा। यह खुलासा किया है सौरभ के दोस्त शरद जायसवाल और चेतन सिंह गौर ने लोकायुक्त पूछताछ में। उसने खुलासे में लोकायुक्त पुलिस को बताया है कि सौरभ के सहयोग से उसके साले रोहित तिवारी ने जबलपुर में बाल सागर तालाब की जमीन पर न्यू शास्त्री नगर नाम से एक कॉलोनी बनाई है। इसका खसरा नंबर 662 है। इसका निर्माण करीब 50 एकड़ में किया गया है। नगर निगम द्वारा इस कॉलोनी को अवैध घोषित किए जाने के बाद । 2023 में इसे तोडऩे की तैयारी कर ली गई थी , लेकिन उच्च संबधों की वजह से उच्च स्तर से यह कार्रवाई रुकवा दी गई थी।
कार का उपयोग सौरभ ही करता था: चेतन
चेतन और शरद की जा रही पूछताछ के केन्द्र में वह कार बनी हुई है, जिससे सोना व करोड़ों की नकदी मिली थी। चेतन ने बताया कि इनोवा कार भले ही उसके नाम पर है , लेकिन उसका उपयोग सौरभ ही करता था। इसके लिए उसने एक निजी चालक भी रखा हुआ था। कार में सोना मिलने के बाद से ही चालक भूमिगत बना हुआ है। अब लोकायुक्त उक्त कार चालक से भी पूछताछ की तैयारी कर रही है। इस दौरान चेतन ने बताया कि कार का इस्तेमाल सौरभ ही करता था। चेतन ने कहा, यदि कार में भरे जाने वाले पेट्रोल की बिलिंग और उसके इंश्योरेंस रिन्यूवल का पेमेंट मोड चेक किया जाए तो साफ हो जाएगा कि कार का इस्तेमाल सौरभ द्वारा ही किया जाता था। उसने खुद को चेतन का खुद को मामूली कर्मचारी बताया है। जिस कार में गोल्ड मिला है, उसे 20 जनवरी 2020 को श्री तुलजा भवानी ऑटो, नवगांव ग्वालियर से खरीदा गया था। कार खरीदने के लिए उसके दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। कार खरीदते समय सौरभ साथ था। उसने ही चेक के माध्यम से कार की राशि का भुगतान किया था। जिसे टोयोटा फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड से फाइनेंस कराया गया था। इसकी ईएमआई चेतन के अकाउंट से कटती थी, लेकिन ईएमआई की डेट से पहले उसके अकाउंट में किश्त की रकम किस अकाउंट से आती थी, यह भी देखने से सबकुछ साफ हो जाएगा।
करीबी रिश्तेदारों से भी होगी पूछताछ
सौरभ शर्मा की रिमांड खत्म होने के बाद लोकायुक्त उसके करीबी रिश्तेदारों से पूछताछ करेगी। इसमें उसकी मां, पत्नी, मौसेरे जीजा, जबलपुर में रहने वाले साले सहित करीब डेढ़ दजर्न लोग शामिल हैं। इन सभी लोगों का अचल संपत्तियों से कनेक्शन जुड़ रहा है। उधर, आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उसके दोनों सहयोगियों शरद जायसवाल और चेतन को पुलिस रिमांड के दौरान हाई सिक्योरिटी में रखा गया है। हर 24 घंटे में तीनों का मेडिकल चेकअप कराया जा रहा है। तीनों के लिए खाना लोकायुक्त कार्यालय में बने किचन में ही तैयार कराया जाता है। इस खाने को पहले अधिकारी स्वयं खाकर चेक करते हैं।