- रवि खरे
ट्रंप के अहम फैसले सिटिजनशिप ऑर्डर पर अमेरिकी अदालत ने लगाई रोक
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सबसे अहम फैसले को अमेरिकी अदालत ने सबसे बड़ा झटका दिया है। सिएटल में एक संघीय न्यायाधीश ने ट्रंप के सिटिजनशिप ऑर्डर पर रोक लगा दी है, जिसमें ट्रंप प्रशासन ने संयुक्त राज्य अमेरिका में स्वत: जन्मसिद्ध नागरिकता के अधिकार को कम करने वाला एक कार्यकारी आदेश जारी किया था। इसका मतलब था कि प्रवासियों के बच्चों को अमेरिका में जन्म लेने पर मिलने वाली नागरिकता अब नहीं मिल सकेगी। मगर कोर्ट ने इस कानून को लागू करने से रोक दिया और इस फैसले को स्पष्ट रूप से असंवैधानिक करार दिया। अमेरिका के जिला न्यायाधीश जॉन कफनॉर ने डेमोक्रेटिक नेतृत्व वाले 4 राज्यों की याचिका पर ट्रंप प्रशासन को यह आदेश लागू करने से रोकने के लिए एक अस्थाई निरोधक आदेश जारी किया है। बता दें कि यह ट्रंप का सबसे अहम फैसला था, जिस पर उन्होंने अपने कार्यालय का पदभार संभालने के दिन ही हस्ताक्षर भी कर दिया था। ट्रंप के इस आदेश का बचाव करने वाले अमेरिकी न्याय विभाग के वकील से जज ने कहा कि यूएसए प्रशासन का यह आदेश यह स्पष्ट रूप से असंवैधानिक है।
मुंबई में 20 साल की लडक़ी से बलात्कार ऑटो रिक्शा के ड्राइवर पर आरोप
मुंबई में 20 साल की एक लडक़ी से कथित तौर पर बलात्कार का मामला सामने आया है। इसका आरोप एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर पर लगा है। मुंबई पुलिस ने जानकारी दी है कि ऑटो-रिक्शा चालक के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया है और उसे हिरासत में ले लिया गया है। ये घटना मुंबई के वनराई पुलिस स्टेशन की हद में हुआ है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। मुंबई पुलिस के डीसीपी के मुताबिक, ऑटो ड्राइवर ने वसई इलाके में 20 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया और फिर उसे मुंबई के राम मंदिर इलाके में बेहोशी की हालत में छोड़ दिया। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, पीडि़ता लडक़ी लगातार बयान बदल रही है। प्राथमिक रूप से मिली जानकारी के मुताबिक, एक 20 साल की लडक़ी है और उसने कथित तौर पर एक अज्ञात ऑटो ड्राइवर पर बलात्कार करने का आरोप लगाया है। लडक़ी मुंबई के राम मंदिर इलाके में रोती हुई मिली जिसके बाद पुलिस को इस मामले की जानकारी दी गई। हालांकि, लडक़ी के लगातार बदलते हुए बयानों को देखते हुए फिलहाल पुलिस की टीम इस मामले में छानबीन कर रही है।
शरद पवार और अजित पवार की बंद दरवाजे के भीतर हुई मुलाकात
एक दिन पहले शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की जयंती थी। मुंबई में जब सत्ताधारी महायुति और विपक्षी महाविकास अघाड़ी के दो घटक बाल ठाकरे की विरासत पर अपनी दावेदारी मजबूत करने में जुटे थे, उसी दिन मुंबई से दूर पुणे में भी दोनों गठबंधनों के एक-एक नेता साथ बैठे थे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और एनसीपी के प्रमुख अजित पवार की पुणे में मुलाकात हुई। शरद पवार और अजित पवार की ये मुलाकात बंद दरवाजे के भीतर हुई। वसंत दादा सुगर इंस्टिट्यूट की वार्षिक जनरल मीटिंग के बाद हुई दोनों नेताओं की बैठक के दौरान विधायक दिलीप वाल्से पाटिल समेत कई नेता मौजूद रहे। बीएमसी चुनाव करीब हैं और अजित पवार की मां ने भी हाल ही में दोनों दलों के एक हो जाने की कामना बताई थी।
15 लाख का लोन लेकर पत्नी को पढ़ाया नौकरी लगते ही पति को छोड़ा
राजस्थान में एक महिला सरकारी नौकरी लगने पर अपने पति को ही छोड़ दिया। जिसके बाद पति ने प्रेसवार्ता कर फर्जी तरीके से नौकरी पाने का आरोप लगाया है। पति ने बताया कि कोटा डीआरएम ऑफिस में कार्यरत महिला ने अपनी जगह डमी अभ्यर्थी को बैठाकर नौकरी पाई है। हालांकि पति की शिकायत पर उसे निलंबित कर दिया गया। पति उसे नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है। मनीष मीणा ने बताया कि उसकी पत्नी सपना मीणा ने 2019 में आरआरबी बोर्ड अजमेर से ग्रुप-डी की भर्ती के लिए आवेदन किया था। इस दौरान सपना ने अपने मौसा के साथ 15 लाख रुपए में मिलीभगत कर परीक्षा में दूसरी लडक़ी को बैठाया। सपना के मौसा भी रेलवे में कर्मचारी हैं। इस दौरान मनीष ने एक चौंकाने वाली बात बताई, कहा कि सपनी की नौकरी के लिए अपनी खेती की जमीन को लोन पर रख दिया। 15 लाख रुपए का कर्जा लिया था। लेकिन सपना नौकरी लगते ही छोड़ कर चली गई। अब हमें 15 लाख रुपए कर्जा भरना है।