सौरभ शर्मा बना सियासी हथियार

सौरभ शर्मा
  • पूर्व आरक्षक के मुद्दे पर गरमाई मप्र की राजनीति

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। परिवहन विभाग का पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा मप्र में सियासी हथियार बन गया है। इसको लेकर मप्र की राजनीति रोजाना गरमा रही है। भाजपा और कांग्रेस के नेता सौरभ शर्मा को लेकर एक-दूसरे की परतें खोलने में लगे हुए हैं। कांग्रेस की ओर ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे सौरभ शर्मा की नियुक्ति को लेकर भाजपा नेताओं पर हमले कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं के निशाने पर पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह हैं। उधर भूपेंद्र सिंह कांग्रेस नेताओं पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। इस आरोप-प्रत्यारोप से मप्र की राजनीति गर्म है। जब से परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां लोकायुक्त के छापे पड़े हैं तब से मप्र में सियासत तेज हो गई है। सौरभ की डायरी के हवाले से भाजपा नेताओं पर कांग्रेस के हमले जारी हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के बाद अब विधानसभा में उपनेता हेमंत कटारे ने प्रदेश के पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह पर सौरभ की नियुक्ति कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास पर्याप्त साक्ष्य हैं। इसे वह लोकायुक्त को उपलब्ध कराएंगे। हेमंत कटारे ने कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकार वार्ता करके पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह पर यह आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सौरभ सौरभ शर्मा की नियुक्ति के लिए भूपेंद्र सिंह ने कलेक्टर के 12 अगस्त 2016 के पत्र का हवाला देकर अनुकंपा नियुक्ति देने के प्रकरण में अभिमत के लिए नोटशीट लिखी थी। 14 सितंबर 2016 को जारी सौरभ के नियुक्ति आदेश में परिवहन आयुक्त ने मंत्री की नोटशीट का उल्लेख किया। कटारे ने आरोप लगाया कि इस मामले में अनुकंपा नियुक्ति की नियमावली का उल्लंघन हुआ, क्योंकि सौरभ के भाई के छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी में होने की बात शपथपत्र में छुपाई गई।
भूपेंद्र सिंह के संरक्षण में फला फूला सौरभ शर्मा
हेमंत कटारे ने पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह को सौरभ शर्मा को जन्म देने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि सौरभ शर्मा भूपेंद्र सिंह के परिवहन मंत्री रहते फला फूला है। मालथौन नाके पर सौरभ शर्मा लंबे समय तक पदस्थ रहा। मालथौन नाका भूपेंद्र सिंह की गृह विधानसभा है। कटारे ने कहा कि राजेन्द्र सेंगर के जरिये भूपेंद्र सिंह का लेनदेन होता था। भूपेंद्र सिंह 10 करोड़ का मानहानि नोटिस खेलना बंद करें। सौरभ शर्मा का टैलेंट देखते हुए भूपेंद्र सिंह ने उसकी नियुक्ति करवाई थी। ब्राह्मणों पर भूपेंद्र सिंह ने कई एफआईआर करवाई है। नियुक्ति को लेकर भूपेंद्र सिंह के कागज दिखाने की बात कही थी आज मैं सभी सबूत दिखा रहा हूं। हेमंत कटारे ने कागज दिखाते हुए कहा कि- 29/10/2016 में नियुक्ति पत्र में प्रतिलिपि की गई है। मंत्री जी के निज सहायक को प्रतिलिपि दी गई। नियुक्ति पत्र में मंत्री के नोटशीट का हवाला दिया है। भूपेंद्र सिंह के हस्ताक्षर की नोटशीट दिखाई। अनुकम्पा नियुक्ति में सौरभ शर्मा की नियुक्ति प्रकरण अभिभक्त करें। कटारा ने कलेक्टर का पत्र 12/08/2016 का दिखाया। मंत्री का नाम पत्र में नहीं है, लेकिन पत्र का स्वत: संज्ञान लिया। सौरभ शर्मा स्वास्थ्य विभाग के अलावा, परिवहन में क्यों नियुक्ति मिली। अनुकम्पा का नियम है कि अगर परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में है उसको नियुक्ति सरकारी नहीं मिलेगी। सौरभ के परिवार में लोग सरकारी नौकरी में थे। नियम कहता है कि अगर विभाग में जगह नहीं है तो उसको कॉन्ट्रैक्चुअल बेस में नौकरी मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। आगे हेमंत कटारे ने आरोप लगाते हुए कहा सौरभ शर्मा के परिवार में लोग सरकारी नौकरी में थे। नियम तो ये कहता है कि अगर विभाग ने जगह नहीं है तो उसको कॉन्ट्रैक्चुअल बेस में नौकरी दी जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। वह आजकल 10 करोड़ रुपए का मानहानि का नोटिस देकर दबाव बना रहे हैं। मैंने एक प्राइवेट कंपनी से सर्वे कराया तो उसमें पता चला कि अधिकतम उनके मान की कीमत 10 हजार रुपए है।
सिफारिश की तो नोटशीट दिखाएं: भूपेंद्र सिंह
हेमंत कटारे के आरोपों पर पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने खुरई में प्रेस कॉफ्रेंस कर जवाब दिया। भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि कटारे जी मैनेज होकर प्रेस कॉफ्रेंस कर झूठे आरोप लगा रहे हैं। जो असली आरोपी हैं वो अपने बचने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहे हैं। कटारे के आरोपों पर पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मेरे परिवहन मंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल में सौरभ शर्मा कभी भी मेरे विधानसभा क्षेत्र के चेकपोस्ट पर पदस्थ नहीं रहा। अगर कभी उसकी पोस्टिंग मालथौन चेकपोस्ट पर रही है तो हेमंत कटारे उसका आदेश व तारीख बताएं। यदि ये प्रमाणित कर दें तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा, मैं हेमंत कटारे जी पर मानहानि का केस करूंगा। पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि, मैं हेमंत कटारे से पूछना चाहता हूं कि ऐसी कौनसी नोटशीट है जिसमें मैंने सौरभ शर्मा की नियुक्ति के लिए अनुशंसा, सिफारिश या अनुमोदन किया हो। यह तो बहुत दूर की बात है, मैंने विचार करने के लिए भी लिखा हो तो वह नोटशीट बताएं। कटारे पत्रकार वार्ता कर सौरभ शर्मा व किसको को बचाना चाहते हैं। जब जांच एजेंसियां जांच कर रहीं हैं, तब पत्रकार वार्ता का क्या औचित्य है? जांच में सब सामने आएगा।
कटारे के भाई पर 35 केस
भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि इनके भाई योगेश कटारे पर 35 आपराधिक केस हैं। आईएसबीटी पेट्रोल पंप के पास जो झुग्गी-झोपडिय़ां हैं उनमें इनके भाई योगेश कटारे के संरक्षण में गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर बेचने का काम होता हैं। जिसकी जांच के लिए मैं पुलिस को लिख रहा हूं। ये भिंड से चुनाव कैसे जीते यह भी सबको मालूम हैं। इनके भाई भोपाल से अपराधियों को भिंड ले जाकर बूथ कैप्चरिंग करके चुनाव जीते हैं। भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि हेमंत कटारे ये भी बताएं परिवहन घोटाले के आरोपियों ने इस पत्रकार वार्ता के लिए कैसे मैनेज किया है। पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि जांच एजेंसियों को हेमंत कटारे की भी कॉल डिटेल निकालकर देखना चाहिए। पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि हेमंत कटारे को मेरे कार्यकाल की सराहना करना चाहिए, जिसमें मैंने चेक पोस्टों को बंद कर दिया था।

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