![गणतंत्र दिवस](https://www.bichhu.com/wp-content/uploads/2025/01/5-10-1024x503.jpg)
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। इस बार 26 जनवरी यानी की गणतंत्र दिवस पर बच्चों को बूंदी के दो लड्डूओं की जगह भरपेट स्वादिष्ट भोजन मिलेगा। इसके लिए हर स्कूल में विशेष व्यवस्था की जा रही है। इस नई व्यवस्था से जहां गणतंत्र दिवस समारोह में बच्चों की सहभागिता बढ़ेगी, वहीं उन्हें भूखे पेट भी घर नही लौटना पड़ेगा। इस आयोजन को लेकर प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण ने सभी कलेक्टरों और जिला पंचायत के सीईओ को निर्देश जारी किए जा चुके हैं। इसके तहत कार्यक्रम उपरांत बच्चों को विशेष भोज में सब्जी, पूरी, खीर, हलुआ के अलावा मिठाई भी बतौर भोजन के रुप में दी जाएगी। अहम बात यह है कि इस विशेष भोज के लिए आर्थिक सहयोग जनसहयोग या जनभागीदारी से ही लिया जाएगा। इसके लिए अलग से कोई राशी जारी नहीं की जाएगी। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण अंतर्गत लक्षित सभी स्कूलों में आयोजित होने वाले विशेष भोज में बच्चों के अलावा उनकी माताएं एवं अंत्योदय कार्डधारी बुजुर्गों को भी आमन्त्रित करने को कहा गया है। इस आयोजन में जिन लोगों द्वारा आर्थिक सहयोग दिया जाएगा, उन्हें भी बुलाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि इस विशेष भोज में जिलाधीश के अलावा जिला पंचायत सीईओ किसी एक स्कूल में जरुर शामिल हों। साथ ही गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अथिति को भी आमंत्रित करें। इस भोजन कार्यक्रम की निगरानी के लिए जनपद पंचायत, जन शिक्षा केंद्र के प्रभारी को जिम्मेदारी सौंपे। स्कूल के प्रधानाध्यपक और नोडल शिक्षक को भोजन की स्वच्छता का दायित्व सौंपा जाए। भोजन सामग्री की निगरानी भी इनसे ही कराई जाए।
अधिकारियों को दी जिम्मेदारी
स्कूलों में विशेष भोज के लिए शासन की ओर से किसी भी तरह का अतिरिक्त बजट जारी नहीं किया गया है। अधिकारियों को जनभागीदारी या जन सहयोग से ही यह कार्यक्रम करना होगा। साथ ही 26 जनवरी पर स्कूल को मिलने वाले फंड, मिड डे मील में उपयोग में होने वाली भोजन सामग्री का उपयोग विशेष भोज में किया जा सकेगा। गांवों में पंचायत प्रतिनिधियों से भी सहयोग लिया जा सकता है। साथ ही अन्य शासकीय कार्यालय भी इसमें सहयोग कर सकते हैं।
स्वच्छता पर भी दिया जोर
विशेष भोज को लेकर जारी निर्देश में स्पष्ट कहा है कि बच्चों को भोजन प्रदाय करने की व्यवस्था में प्रत्येक स्तर पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही अन्य सावधानियां बरती जाएं। यदि स्कूल ग्रामीण क्षेत्र में है तो संबंधित पंचायत के प्रतिनिधियों को बुलाया जाए। शहरी क्षेत्र के स्कूलों में भी स्थानीय जनप्रतिनिधि विशेष भोज में शामिल होंगे।