विधायकों के पत्रों का जवाब नहीं देते अधिकारी, कड़े निर्देश जारी किए जाएं
मप्र विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने अधिकारियों द्वारा सामान्य प्रशासन विभाग के एक आदेश का पालन नहीं करने का मामला उठाया। उन्होंने सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 2011 में जारी आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि अगर विधायक किसी भी विभाग को पत्र भेजता है, तो 3 दिन के अंदर विधायक को पावती मिलना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता है। अधिकारी विधायकों के पत्र का जवाब नहीं देते। निर्देशों में कहा गया है कि हर महीने अधिकारी पत्र की समीक्षा करेगा, जब तक इसका निराकरण नहीं हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 6 महीने पहले उन्होंने तीन पत्र लिखे थे, लेकिन आज तक कोई जानकारी नहीं दी गई। जब विधानसभा के माध्यम से सवाल किया, तो सारे अफसर जागे। सिंह ने कहा कि निर्देश में यह भी कहा गया है कि अगर अफसर निर्देश का पालन नहीं करता है, तो निलंबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ अपनी बात नहीं कर रहा हूं, सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के साथ ऐसा हो रहा है। जयवर्धन ने कहा कि सरकार को इसमें कड़े निर्देश जारी करने चाहिए।
सरकार प्रतिदिन 60 हजार करोड़ का कर्ज ले रही: उमंग सिंगार
अनुपूरक बजट का विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने कहा कि सरकार ने वर्ष 2021 में 2 लाख 53 हजार करोड़, वर्ष 2022 में 2 लाख 95 हजार करोड़ और वर्ष 2023 में 3 लाख 31 हजार करोड़ और वर्ष 2024 में 3 लाख 85 हजार करोड़ का कर्ज लिया। यानी सरकार प्रतिदिन 60 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले रही है। सरकार ने वर्ष 2023 में 20 बार कर्ज लिया। बजट चर्चा की शुरुआत करते हुए उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा कि सरकार बजट का 50 फीसदी हिस्सा खर्च नहीं कर पा रही है। फिर भी राशि की डिमांड की जा रही है। उन्होंने हैदराबाद की कंपनी को ब्लैक लिस्ट होने के बाद भी एक ही दिन में 7 हजार करोड़ से ज्यादा के काम देने की भी बात कही।
बाबा साहेब और उनके विचारों की विरोधी रही है कांग्रेस
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा संसद में बाबा साहेब को लेकर दिए बयान के बाद कांग्रेस के रवैये को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस की बौखलाहट बताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कांग्रेस पर बाबा साहेब का अपमान करने और उनके विचारों के साथ अन्याय करने की बात कही है। डॉ. यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है कि कांग्रेस मूलत: बाबा साहेब और उनके विचारों की विरोधी रही है। सर्वविदित है कि पंडित नेहरू ने स्वयं एक नहीं बल्कि दो चुनावों में बाबा साहेब अंबेडकर को हरवाने के लिए जिम्मेदार थी। बाबा साहेब के प्रति कांग्रेस का द्वेषपूर्ण रवैया इस बात से भी सिद्ध होता है कि इनके शासनकाल में बाबा साहेब को भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया गया जबकि अटल जी के सहयोग से 1990 में बाबा साहेब को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। डॉ. यादव ने लिखा है कि बाबा साहेब के मरणोपरांत कांग्रेस ने कई दशकों तक संसद के सेंट्रल हॉल में बाबा साहेब का चित्र तक नहीं लगाया गया।
‘एक देश एक चुनाव’ के लिए गठित समिति में सांसद वीडी शर्मा शामिल
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को संसद की संयुक्त समिति का सदस्य बनाया गया है। समिति में लोकसभा के 21 और राज्यसभा के 10 सदस्य हैं। समिति संविधान में संशोधन करने वाले विधेयक तथा संघ राज्यक्षेत्र शासन अधिनियम 1963, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली शासन अधिनियम 1991 तथा जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 में और संशोधन विधेयकों पर विचार करेगी। एक देश, एक चुनाव का मकसद लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराना है, जिससे देश में समय और संसाधनों की बचत हो सके। इसके जरिए चुनावी खर्चों को कम करने और सरकार के बेहतर संचालन की संभावना को मजबूत बनाने का प्रयास किया जाएगा। समिति अपनी रिपोर्ट संसद के अगले सत्र के आखिरी सप्ताह के पहले दिन लोकसभा में सौंपेगी।