हर खतरे से इस्राइल को बचाएगा अमेरिका: लॉयड ऑस्टिन

लॉयड ऑस्टिन

वॉशिंगटन। मिडिल ईस्ट में बढ़ रहे तनाव को कम करने को लेकर अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने इस्राइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट से बातचीत की। दोनों के बीच हुई बातचीत में इस्राइल की सुरक्षा को लेकर अमेरिका का समर्थन अहम केंद्र रहा क्योंकि इस्राइल को इस वक्त ईरान और ईरान समर्थित धमकियों से खतरे का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिकी रक्षा सचिव ने बातचीत की जानकारी सोशल मीडिया पर दी है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए अमेरिकी रक्षा सचिव ऑस्टिन ने लिखा, ‘मैंने इस्राइल के रक्षा मंत्री से मिडिल ईस्ट में बढ़ रहे टकराव को खत्म करने के अवसरों को लेकर बातचीत की। मैंने फिर से यह पुष्टि की है कि ईरान और ईरान समर्थित प्रॉक्सी से खतरों के खिलाफ अमेरिका के रक्षाकर्मी, इस्राइल और पूरे क्षेत्र में रक्षा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।’

ऑस्टिन ने लेबनान में शांतिपूर्ण समाधान ढूंढने के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता को दोहराया, जिससे लेबनानी और इस्राइली दोनों देशों के लोगों की उनके घरों में सुरक्षित वापसी हो सके। उन्होंने कहा, ‘मैंने लेबनान में राजनयिक व्यवस्था के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहराई जो लेबनानी और इस्राइली नागरिकों को सीमा के दोनों ओर अपने घरों में सुरक्षित लौटने की अनुमति देता है। मैंने उन कदमों की भी समीक्षा की जो इस्राइल गाजा में गंभीर मानवीय स्थितियों में सुधार के लिए उठा रहा है और बंधकों की रिहाई और युद्धविराम समझौते की संभावनाओं की भी समीक्षा की।

रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरी इस्राइल में हिजबुल्ला के रॉकेट हमलों में मेटुला और हाइफा के पास कृषि क्षेत्रों में सात लोगों की जान चली गई है, जो अबतक चले आ रहे युद्ध के बीच सबसे घातक हमला था। अधिकारियों के अनुसार, सीमावर्ती शहर मेटुला के पास गुरुवार सुबह लेबनान से दागा गया एक रॉकेट सेब के बगीचे में गिर गया, जिससे पांच लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, घंटों बाद, हिज्बुल्ला ने किरयात अता के हाइफा उपनगर के बाहर दर्जनों रॉकेट दागे, जिससे दो लोगों की मौत हो गई। इस्राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने भी एक बयान में हिजबुल्ला द्वारा हमले की पुष्टि की। एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए आईडीएफ ने लिखा, ‘हिजबुल्ला के रॉकेटों ने आज इस्राइल के अंदर सात निर्दोष नागरिकों की जान ले ली, हम हिजबुल्ला के घातक हमलों को जवाब देंगे।’

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