- भाजपा-कांग्रेस ने प्रदेश के नेताओं को लगाया चुनावी मोर्चे पर
- विनोद उपाध्याय
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। दोनों राज्यों में भाजपानीत एनडीए और कांग्रेसनीत इंडिया गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। ऐसे में दोनों राज्यों में भाजपा और कांग्रेस ने विभिन्न राज्यों के अपने-अपने नेताओं को चुनावी मोर्चे पर तैनात किया है। दोनों पार्टियों ने अपनी इसी रणनीति के तहत मप्र के नेताओं को भी दोनों राज्यों के चुनावी मोर्चे पर उतारा है। महाराष्ट्र में मप्र के नेताओं ने 40 से अधिक विधानसभा सीटों पर अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवार को जिताने की जिम्मेदारी संभाली है। मप्र के नेताओं को सबसे बड़ी जिम्मेदारी अलायंस के सहयोगी दलों के साथ समन्वय बनाकर चुनावी मैदान में सक्रिय करना है।
288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र और 81 सीटों वाले झारखंड में चुनाव जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने पूरा दम लगा रखा है। लोकसभा चुनाव के नतीजों ने कांग्रेस नेतृत्व वाले गठबंधन के हौसले बुलंद कर दिए हैं तो भाजपा के अगुवाई वाले गठबंधन के लिए चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में भाजपा ने महाराष्ट्र में अपने नेताओं की उसी टीम को लगाया है, जिसने मप्र की सियासी बाजी पलटकर सत्ता में बनाए रखने का रोल प्ले किया था। महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा ने जिलों की कमान भी चुनाव लडऩे और लड़ाने वाले अनुभवी नेताओं को सौंपी है। भाजपा भले ही किसी भी नेता को सीएम चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट न करे लेकिन पोस्टर बॉय के तौर पर देवेंद्र फडणवीस का चेहरा होगा। महाराष्ट्र के चुनावी रण में भाजपा ने मप्र के अपने सियासी दिग्गजों को लगाया है। मप्र में वरिष्ठ भाजपा नेता और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को नागपुर क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा के ओबीसी चेहरा और मप्र सरकार में मंत्री प्रहलाद पटेल को यवतमाल वर्धा की जिम्मेदारी पर लगाया गया है। मप्र से पार्टी के एक अन्य नेता पूर्व डिप्टी सीएम नरोत्तम मिश्रा को भंडारा-गोंदिया इलाके का प्रभार सौंपा गया है। मध्य प्रदेश के ये तीनों भाजपा नेता रणनीति बनाने के मामले में भी काफी अहम माने जाते हैं। भाजपा के स्टार प्रचारकों में सीएम मोहन यादव, केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया को शामिल किया गया है। सिंधिया का महाराष्ट्र से गहरा लगाव है ऐसे में भाजपा ने उन्हें स्टार प्रचारक बनाकर नई जिम्मेदारी दी है। महाराष्ट्र में प्रदेश के कांग्रेसी नेताओं का दम-खम नई इबारत लिख रहा है। कांग्रेस आलाकमान ने सीधे दिल्ली से प्रदेश के दर्जनभर मौजूदा और पूर्व विधायकों की ड्यूटी महाराष्ट्र की विभिन्न विधानसभा सीटों पर लगा दी है। पूर्व विधायक कुणाल चौधरी को महाराष्ट्र का सहप्रभारी बनाया गया है, जबकि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को विदर्भ की 62 सीटों के लिए सीनियर आब्जर्वर बनाया गया है। इसके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने अमरावती, पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे नागपुर, पीसी शर्मा औरंगाबाद और जालना, प्रदेश से विचार विभाग के अध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता को मुंबई में विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है।
स्टार प्रचारकों में तीन नेताओं के नाम
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में मप्र के तीन नेताओं को शामिल किया गया है। शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र सरकार में मंत्री हैं। वहीं, डॉ. मोहन यादव मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। राज्य के यह तीनों नेता महाराष्ट्र में भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभाएं और रैलियां करेंगे। जानकारी के अनुसार, जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण साधने के लिए ये नेता अलग-अलग स्थानों पर रैलियां करेंगे। भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को महाराष्ट्र में अहम जिम्मेदारी सौंप है। उन्हें पार्टी स्टार प्रचारक बनाया गया है। सिंधिया मराठा समुदाय से आते हैं और उनके पूर्वज महाराष्ट्र के ही हैं। सिंधिया का महाराष्ट्र की कई विधानसभा सीटों पर अच्छा प्रभाव भी मानाजा ता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे तब कांग्रेस भी उन्हें महाराष्ट्र चुनाव में अहम जिम्मेदारियों सौंपती थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महाराष्ट्र में भाजपा की जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की तरह महाराष्ट्र के भी रिजल्ट आएंगे।
शिवराज के पास झारखंड की जिम्मेदारी
भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान को झारखंड विधानसभा चुनाव में अहम जिम्मेदारी सौंपी है। शिवराज सिंह चौहान झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रभारी हैं। शिवराज सिंह चौहान झारखंड में एक्टिव हो गए हैं। वह लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं।
40 से अधिक सीटों पर मप्र के भाजपा नेता
महाराष्ट्र की 40 से अधिक सीटों पर मप्र के नेता कमल खिलाने के लिए चुनावी मोर्चे पर डटे हैं। चुनाव में क्षेत्रीय विकास के मुद्दे हावी हैं, भाजपा का फोकस डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों पर है। अकोला-बुलढाना, गोंदिया-भंडारा, नागपुर शहर-ग्रामीण और विदर्भ- अमरावती अंचल में मप्र के नेता पिछले एक-सवा महीने से चुनावी ड्यूटी में डटे हैं। मंत्रियों में कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, विश्वास सारंग और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित विधायक शैलेंद्र जैन व गोलू शुक्ला सहित कार्यकर्ताओं की फौज इन क्षेत्रों में तैनात है। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव महाराष्ट्र में स्टार प्रचारक बनाए गए हैं। महाराष्ट्र में क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण साधने के लिए पार्टी ने मप्र के सीमावर्ती नेताओं को अलग-अलग क्षेत्रों में भेजा है। नागपुर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की 12 विधानसभा सीटों का प्रभार प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को दिया गया है। उनके साथ विधायक गोलू शुक्ला और अक्षय कांति बम सहित इंदौर के भाजपा नेताओं की बड़ी टीम भी काम कर रही है। मंत्री सारंग ने बताया कि वह अकोला ईस्ट, अकोला वेस्ट, बालापुर, मूर्तिजापुर, आकोट, मलकापुर, सिंदखेड़ रजा, मलकर, खामगांव, जलगांव जामोद, वाशिम और करंजा का दौरा कर चुके हैं।