कमलनाथ बन सकते हैं महाराष्ट्र चुनाव में स्टार कैम्पेनर
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के ठीक पहले दिल्ली में पूर्व सीएम कमलनाथ के निवास पर नेता प्रतिपक्ष (लोकसभा) राहुल गांधी पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई। राहुल गांधी ने कमलनाथ के साथ लंच भी किया। कमलनाथ की राहुल गांधी से 42 दिनों में यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले 3 सितंबर को राहुल गांधी के निवास पर दिल्ली में कमलनाथ ने उनसे मुलाकात की थी। मंगलवार को हुई मुलाकात के बाद यह माना जा रहा है कि महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ प्रचार की कमान संभाल सकते हैं। कमलनाथ के गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा से महाराष्ट्र का हिस्सा सटा हुआ है। ऐसे में माना जा रहा है कि कमलनाथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक बनाए जा सकते हैं।
बीना विधायक निर्मला सप्रे का दलबदल से इंकार
बीना विधायक निर्मला सप्रे के इस्तीफे पर असमंजस के बीच उन्होंने कांग्रेस छोड़ने से इनकार किया है। दलबदल कानून के तहत सदस्यता निरस्त करने संबंधी जवाब से इसका खुलासा हुआ है। निर्मला ने 10 अक्टूबर को विधानसभा को भेजे जवाब में कहा कि उन्होंने ऐसा कोई सबूत नहीं पेश किया है, जिससे साबित हो कि उन्होंने दल बदला। बता दें कि लोस चुनाव से पहले कांग्रेस से बगावत कर निर्मला ने भाजपा के लिए प्रचार किया था। जल्द इस्तीफा देने व आधिकारिक रूप से भाजपा ज्वॉइन करने का भी ऐलान किया था। सीएम डॉ. मोहन यादव के साथ वे जनसभा में मौजूद रहीं। हालांकि, उन्होंने विधायकी से इस्तीफा नहीं दिया। इस पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने 5 जुलाई को दलबदल कानून के तहत निर्मला की सदस्यता निरस्त करने की मांग की थी।
संघ के गढ़ विदर्भ में नजर रखेंगे उमंग
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों ने मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कद बढ़ा दिया है। कांग्रेस हाईकमान ने उमंग सिंघार को महाराष्ट्र में आरएसएस के गढ़ विदर्भ की कमान सौंपी है। मध्यप्रदेश से अकेले नेता हैं जिन्हें हाईकमान ने महाराष्ट्र चुनाव से जुड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। चुनाव कार्यक्रम का ऐलान होते ही कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने महाराष्ट्र के लिए आब्जर्वर की नियुक्ति की है। पूरे महाराष्ट्र को कांग्रेस ने पांच रीजन अंचल में बांटकर पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। चार रीजन में दो-दो आब्जर्वर बनाए गए हैं, लेकिन विदर्भ क्षेत्र के अमरावती व नागपुर जिले को महत्व देते हुए तीन आब्जर्वर बनाए गए हैं। इनमें मप्र के नेता प्रतिपक्ष सिंघार के अलावा छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल एवं पंजाब के पूर्व सीएम सांसद चरणजीत सिंह चन्नी को भी इस क्षेत्र का प्रभार दिया गया है। इस नियुक्ति को नेता प्रतिपक्ष के राजनीतिक कद से नापा जा रहा है।
मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल ने अपनी देह की दान
मऊगंज से भाजपा विधायक प्रदीप पटेल ने समाज के सामने मिसाल पेश की है। उन्होंने मेडिकल स्टूडेंट्स की पढ़ाई के लिए देह दान कर दी है। वे अपने बॉडी ऑर्गन भी दान करना चाहते हैं। उनका कहना है कि दूसरों के काम आने और परोपकार से बड़ी कोई चीज नहीं होती। विधायक पटेल को इसकी प्रेरणा अपने पिता से मिली। उन्होंने कहा कि ये कदम उठाकर वे आने वाली पीढ़ी को भी इस दिशा में कदम उठाने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि समाज के लिए जो हो सकेगा, वो करेंगे। पटेल कहा कि मेरे पिता ने भी इसी मेडिकल कॉलेज में देह दान की थी। इसलिए हमने तय किया है कि हमारे जिले में जो बच्चे यहां पढ़ते हैं उन्हें पढ़ाई में फायदा हो। हमने ऑर्गन भी दान करने का फैसला किया है।