नई दिल्ली। आयरलैंड के राजदूत केविन केली ने हाल ही में एक बयान में भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और वैश्विक मंच पर उसकी बढ़ती प्रतिष्ठा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। केली ने दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। केली ने कहा, भारत एक विशाल देश और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। 1973 में यूरोपीय संघ (ईयू) में शामिल होने के समय हमारा देश सबसे गरीब था। लेकिन 2024 में हमारा देश यूरोप के सबसे धनी देशों में से एक है। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत और आयरलैंड को एक संयुक्त आर्थिक आयोग स्थापित करना चाहिए, ताकि दोनों सरकारें साझेदारी और सहयोग के अवसरों पर चर्चा कर सकें।
आयरलैंड की एशिया क्षेत्र की रणनीति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आयरलैंड अब भारत के साथ मजबूत राजनीतिक, आर्थिक और व्यापारिक संबंधित स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। पहले हमारा फोकस खासतौर पर चीन पर था। लेकिन, अब हम समझते हैं कि भारत के साथ मिलकर बहुत कुछ किया जा सकता है। भारत की एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भूमिका पर राजदूत ने कहा कि भारत इस क्षेत्र का एक नेता है और इसकी ताकत बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा, भारत न केवल इस क्षेत्र में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, खासतौर पर संयुक्त राष्ट्र में।
इसके अलावा, केली ने आयरलैंड में भारतीय समुदाय के योगदान का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि भारतीय समुदाय अब आयरलैंड में तीसरा सबसे बड़ा विदेशी नागरिक समूह है, जिनकी आबादी करीब एक लाख है। भारतीय आयरलैंड में बहुत सम्मानित हैं, क्योंकि वे हमारे समाज, अर्थव्यवस्था और संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। हालांकि, 2022 में अधिकांश भारतीय डबलिन और मीथ काउंटियों में रहते थे, लेकिन कोर्क, लिमेरिक और गैलवे में भी उनकी महत्वपूर्ण संख्या है।