तिरुवंतपुरम। एलडीएफ विधायक पीवी अनवर ने हाल ही में राज्य के कुछ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। अब इस पर मुख्यमंत्री पिनरई विजयन सख्त हो गए हैं। उन्होंने इस पूरे मामले की एक शीर्ष रैंकिंग अधिकारी से उच्च स्तरीय जांच कराने की घोषणा की। वहीं, सत्तारूढ़ माकपा ने भी साफ कर दिया है कि सभी आरोपों की पार्टी और वाम सरकार गहन जांच करेगी।
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि जो मामले सामने आए हैं उन्हें पूरी गंभीरता से लिया जाएगा। पुलिस बल के भीतर अनुशासन के उल्लंघन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने हमेशा मुद्दों की गुण-दोष के आधार पर जांच की है, चाहे उनका मूल कुछ भी हो। बता दें, सीएम ने पुलिस एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने अनवर के आरोपों का उल्लेख किए बिना फैसला सुनाया कि सभी आरोपों की जांच एक शीर्ष रैंकिंग अधिकारी को सौंपी जाएगी। वहीं, माकपा के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने कहा कि आरोपों के सभी पहलुओं की सरकार और पार्टी द्वारा आवश्यक गंभीरता से जांच की जाएगी और उसके अनुसार रुख अपनाया जाएगा।
केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के विधायक पीवी अनवर का बड़ा बयान सामने आया था। उन्होंने मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के राजनीतिक सचिव पी शशि और उनके विश्वासपात्र वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एम आर अजित कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे। कारोबारी पेशे से राजनीति में आए और दो बार के विधायक अनवर ने शशि और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) के पद पर कार्यरत अजित कुमार पर मुख्यमंत्री से विश्वासघात करने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं उन्होंने आईपीएस अफसर पर आरोप लगाया कि वह मंत्रियों की फोन पर बातचीत को टैप करते थे, उनके सोने की तस्करी रैकेट से संबंध थे और वह गंभीर अपराधों में शामिल थे। इसके अलावा, उन्होंने पथनमथिट्टा के एसपी सुजीत दास पर भी गंभीर आरोप लगाए।