मप्र के नए डीजीपी को… लेकर दौड़ शुरू

  • कैलाश मकवाना व अजय शर्मा का नाम है सबसे आगे
  • विनोद उपाध्याय
नए डीजीपी

मप्र के प्रशासनिक मुखिया के साथ ही पुलिस के नए मुखिया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की दौड़ शुरू हो गई है। वर्तमान डीजीपी सुधीर सक्सेना नवंबर में रिटायर होने वाले हैं। अभी उनका तीन महीने का कार्यकाल बाकी है। चर्चा चल रही है कि प्रदेश के कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डीजीपी बनना चाह रहे हैं। इसमें कैलाश मकवाना का नाम रेस में सबसे आगे है, जबकि अजय शर्मा और सुधीर कुमार शाही की भी दावेदारी बनी हुई है।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद डॉ. मोहन यादव कई बार पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं। तभी से नए डीजीपी को लेकर चर्चा चल रही है। बता दें कि नए डीजीपी के लिए फिलहाल आधा दजर्न नामों पर चर्चा हो रही है। इनमें स्पेशल डीजी, पुलिस रिफॉर्म पीएचक्यू शैलेष सिंह (1987 बैच), पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के चेयरमैन कैलाश मकवाना (1988 बैच),  महानिदेशक, होमगार्ड एवं आपदा प्रबंधन अरविंद कुमार (1988 बैच), स्पेशल डीजी, जीआरपी सुधीर कुमार शाही (1988 बैच), अजय कुमार शर्मा (1989 बैच) और महानिदेशक जेल एवं सुधारात्मक सेकाएं गोविंद प्रताप सिंह (1989 बैच) का नाम शामिल है। वरिष्ठता क्रम की बात करें तो डीजीपी सुधीर सक्सेना के बाद सबसे ऊपर स्पेशल डीजी शैलेश सिंह हैं। वह भी डीजीपी सुधीर सक्सेना के बैच (वर्ष 1987) के ही अधिकारी हैं। वह फरवरी में 2025 में रिटायर हो जाएंगे। इसके बाद नंबर डीजी होमगार्ड अरविंद कुमार (1988 बैच) हैं। वह मई 2025 में रिटायर हो जाएंगे। इसी बैच के सुधीर कुमार शाही जनवरी 2025 में ही रिटायर हो रहे हैं। इस तरह कैलाश मकवाना के पहले तीनों वरिष्ठों का कार्यकाल एक वर्ष भी नहीं बचा है। वहीं इसके बाद आईपीएस अफसर अजय कुमार शर्मा का नाम नए डीजीपी के लिए सामने आया है, शर्मा 1989 बैच के मप्र कैडर के अधिकारी हैं और वर्तमान में महानिदेशक (आर्थिक अपराध ब्यूरो) के पद पर कार्यरत हैं।
सक्सेना को मिला था 6 माह का एक्सटेंशन
वर्तमान डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना की सेवानिवृत्ति 30 नवंबर 2024 को निर्धारित है। ऐसे मेंंं डीजीपी के पद पर नई पदस्थापना होगी। ऐसे में नए डीजीपी की दौड़ तेज हो गई है। कैलाश मकवाना वर्तमान में मप्र पुलिस हाउसिंग कॉपोर्रेशन के चेयरमैन हैं, उनके पास डीजीपी पद के लिए उपयुक्त अनुभव और प्रशासनिक क्षमता है और उनकी नियुक्ति की संभावना को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। वरिष्ठता के क्रम में 1987 बैच के अफसर शैलेष सिंह सबसे ऊपर हैं, लेकिन उनकी छबि विवादित रही है। उनकी मां ने शैलेष सिंह पर प्रापर्टी हड़पने का आरोप लगाते हुए थाना कमलानगर में शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं शैलेष के बड़े भाई कमलेश सिंह ने भी उन पर दुव्र्यवहार करने के आरोप लगाए थे।
अजय शर्मा पर भारी शिवराज की नजदीकी
आईपीएस अफसर अजय कुमार शर्मा का नाम भी नए डीजीपी के लिए सामने आया है, शर्मा 1989 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं और वर्तमान में महानिदेशक (आर्थिक अपराध ब्यूरो) के पद पर कार्यरत हैं। भोपाल में जन्मे और मैनिट से बीई की डिग्री प्राप्त करने वाले अजय शर्मा ने विदिशा, मंदसौर और सागर जिलों के पुलिस अधीक्षक के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। उन्होंने एडीजी लोकायुक्त की जिम्मेदारी भी संभाली है। अजय शर्मा की सेवानिवृत्ति अगस्त 2026 में होगी, जो उन्हें अन्य दावेदारों की तुलना में एक लंबा कार्यकाल प्रदान करती है। उनकी अनुभव और सेवा अवधि उन्हें डीजीपी के पद के लिए एक मजबूत दावेदार बनाती है। हालांकि, उनकी पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ नजदीकियां इस पद के लिए उनकी नियुक्ति में संभावित रुकावट पैदा कर सकती हैं। शिवराज सिंह कार्यकाल के दौरान अजय शर्मा ने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है और इस करीबी संबंध को लेकर आशंका व्यक्त की जा रही है कि यह उनकी नियुक्ति में बाधक हो सकता है।

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