नई दिल्ली। पीआर श्रीजेश ने विनेश फोगाट के जज्बे की तारीफ करते हुए कहा कि जो कुछ उनके साथ हो रहा था, उसके बावजूद स्पेन के खिलाफ कांस्य पदक मुकाबले से पहले वह मेरे पास आई और कहा भाई गुड लक, आप तो दीवार हो, अच्छे से खेलो। उन्होंने विनेश को एक योद्धा करार करते हुए कहा कि वह कम से कम एक पदक की हकदार हैं, लेकिन साथ ही यह घटना सभी के लिए सबक होनी चाहिए क्योंकि खेल को चलाने के लिए नियम जरूरी हैं। पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने के बाद संन्यास लेने वाले श्रीजेश ने कहा, ‘विनेश रजत पदक की हकदार है क्योंकि फाइनल में पहुंचकर उन्होंने एक पदक पक्का कर लिया था । रजत या फिर स्वर्ण पदक उन्हें मिलता ही। अंतिम समय में कहना कि आप फाइनल में खेलने के लिए अयोग्य हो…।’
श्रीजेश ने कहा, ‘अगर मैं उनकी जगह होता तो पता नहीं क्या करता। वह ‘फाइटर’ है। कांस्य पदक मैच से पहले वह मिली थीं। उन्होंने कहा, ‘भाई गुड लक, आप तो दीवार हो’ अच्छे से खेलो। मुझे लगा कि वह मुस्कुराते हुए अपना दर्द छुपा रही थीं, वह सचमुच ‘फाइटर’ है। उसने पिछले एक साल में जो झेला है, उसके बाद ट्रेनिंग करते हुए ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया और फिर जीतते हुए फाइनल तक पहुंची, लेकिन इसका एक पहलू यह भी है कि आप ओलंपिक खेलों में हो, आपको पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। आप किसी पर अंगुली नहीं उठा सकते। जब आप तैयारी कर रहे हों तो नियम निर्देशों पर अडिग रहो क्योंकि ये खेल को खूबसूरत बनाने और इसे चलाने के लिए जरूरी हैं।’ विनेश का फाइनल से पहले वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया। इस पहलवान ने पिछले बुधवार को खेल पंचाट में इस फैसले के खिलाफ अपील की और इसका नतीजा 16 अगस्त को आएगा