- 11 हजार पदों पर होगी भर्तियां
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में सरकार का अब पूरा फोकस रोजगार पर है। इसके लिए अब सरकार रोजगार देने की तैयारी कर ली है। प्रदेश में विभिन्न विभागों में 11 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू होने वाली है, इनमें से 9 हजार पद तो केवल शिक्षकों के लिए जारी होने हैं। इसके अलावा 9 अन्य विभागों में भी भर्तियां की जानी हैं। इनमें वन विभाग, महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य जैसे 12 विभाग शामिल हैं। इन विभागों ने अपनी जरुरत के मुताबिक पद संख्या कर्मचारी चयन आयोग को भेज दी है। सभी भर्तियों के लिए कर्मचारी चयन मंडल ने कार्यक्रम तैयार कर लिया है। इन परीक्षाओं के अलावा, राज्य सरकार ने बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र में 46 हजार और शिक्षा क्षेत्र में 11 हजार नई भर्तियों की घोषणा की है। पुलिस में भी 7500 पदों पर भर्ती की जाएगी। हालांकि, इन भर्तियों के लिए परीक्षा की जानकारी चयन मंडल को अभी प्राप्त नहीं हुई है। संबंधित विभागों से जानकारी प्राप्त होने के बाद ही परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा।
मप्र में शिक्षकों की कमी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने शिक्षक भर्ती पर ज्यादा जोर दिया है। इस बार प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक वर्ग में 9161 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा अगस्त 2024 में आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में 2018 और 2023 की पात्रता परीक्षा पास कर चुके उम्मीदवार भी शामिल हो सकेंगे। चयन मंडल के डायरेक्टर साकेत मालवीय ने बताया कि विभिन्न विभागों से प्राप्त पदों की संख्या में बाद में बढ़ोतरी हो सकती है। इन भर्ती परीक्षाओं के लिए रूल बुक अभी जारी नहीं हुई है। परीक्षाएं पूरी तरह से ऑनलाइन होंगी, और परीक्षा लीक होने की कोई गुंजाइश न हो, इसके लिए चयन मंडल ने पूरी तैयारी की है। परीक्षा के प्रश्नपत्र परीक्षा से 5 मिनट पहले तैयार होंगे और सभी प्रश्न एन्क्रिप्टेड फॉर्मेट में रहेंगे। परीक्षा की सुरक्षा का जिम्मा एक अलग एजेंसी को सौंपा गया है, जो परीक्षा केंद्र के सीसीटीवी फुटेज और नेटवर्क सिक्योरिटी की निगरानी करेगी।
परीक्षा से 5 मिनट पहले तैयार होंगे पेपर
अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं के सवाल तैयार करने का पूरा फॉर्मूला तय है। एक अलग एजेंसी इस पर काम कर रही है। उस एजेंसी को भी ये नहीं मालूम होगा कि वे किस एग्जाम के लिए ये प्रश्न तैयार कर रहे हैं। प्रश्न एन्क्रिप्टेड में रहेंगे। वे परीक्षा से पहले परीक्षार्थी के सिस्टम पर ही डिस्क्रिप्ट होंगे। एजेंसी ने परीक्षा के लिए 1.5 लाख प्रश्नों का बैंक बनाया है। प्रश्न शॉर्ट लिस्ट करने का काम एजेंसी नहीं करेगी। एजेंसी सिर्फ प्रश्न बैंक बनाएगी। इन परीक्षाओं में सिक्योरिटी के लिए चयन मंडल ने एक अलग एजेंसी का सिलेक्शन किया है। ये एजेंसी परीक्षा केंद्र के सीसीटीवी फुटेज से लेकर सिस्टम की नेटवर्क सिक्योरिटी तक की निगरानी रखेगी। इस एजेंसी की ये जिम्मेदारी होगी कि परीक्षा केंद्र में किसी भी तरह की कोई सेंधमारी की गुंजाइश न रहे। चयन मंडल की परीक्षाओं में ये प्रयोग पहली बार होगा। एजेंसी को जिम्मेदारी देने से पहले सभी परीक्षा केंद्र का ऑडिट किया जा रहा है। जो भी परीक्षा केंद्र मानकों पर खरे नहीं होंगे, उन्हें केंद्र नहीं बनाया जाएगा। चयन मंडल के अधिकारियों का कहना है कि यूजीसी या सीबीएसई से संबद्ध संस्थानों के इंफ्रास्ट्रक्चर पर ही भरोसा किया जाएगा।