- इस बार 2.6 फीसदी फ्यूल कास्ट में कमी की गई है…
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। देश में सर्वाधिक महंगी बिजली वाले राज्यों में शुमार मप्र में इस माह बिजली के बिलों में मामूली राहत के आसार बन गए हैं। इसकी वजह है इस बार पर फ्यूल एंड पावर पर्चेस एडजेस्टमेंट सरचार्ज (एफपीपीएएस) में वृद्धि नहीं होना। इससे बीते माह की तुलना में इस बार बिजली के बिल में कुछ हद तक कमी आ जाएगी। दरअसल बिजली कंपनियां अपनी आय वृद्धि के लिए हर माह एफपीपीएएस के नाम पर बिजली के बिलों में वृद्धि करती आ रही हैं। जिससे हर माह ईमानदार उपभोक्ताओं की जेब पर भार बढ़ता ही जा रहा था। बीते माह की तुलना में इस बार 2.6 फीसदी फ्यूल कास्ट में कमी की गई है। बीते माह बिजली कंपनियों एफपीपीएएस 3.9 फीसदी लगाया था, जबकि इस माह इसे कम कर 1.3 फीसदी कर दिया गया है। इससे बिजली बिल में कुछ राहत मिलना तय है। बिजली कंपनियां पिछले एक साल से बिजली उपभोक्ताओं से एफपीपीएएस की वसूली कर रही हैं। इससे बिजली कंपनियों को हर माह में करोड़ों रुपए का फायदा होता है। इसके बाद भी बिजली कंपनियां घाटे में बनी ही रहती हैं। बीते साल बिजली कंपनियों ने 2046 करोड़ का घाटा बताते हुए बिजली के टैरिफ में 3.85 फीसदी तक की वृद्धि की मांग की थी। हालांकि विद्युत विनियामक आयोग ने इस घाटे को गलत बताया था और बिजली के टैरिफ में मामूली इजाफा किया था। अब इस घाटे की भरपाई के लिए बिजली कंपनियां हर महीने एफपीपीएएस वसूल रही हैं।
150 यूनिट मक ही मिलती है सब्सिडी
सरकार बिजली उपभोक्ताओं को सब्सिडी देती है। इसके चलते 150 यूनिट तक बिजली जलाने वाले बिजली उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिल जाती है। 100 और इससे कम यूनिट बिजली जलाने पर 1 रुपए यूनिट के हिसाब से बिजली बिल आता है। वहीं जब बिजली की खपत 30 दिन में 150 यूनिट से 1 यूनिट भी ज्यादा हो जाती है, तो बिजली बिल में 5 से 6 गुना तक का इजाफा हो जाता है। बिजली कंपनियां तय टैरिफ के हिसाब से बिजली बिल वसूलती है। इस वजह से गर्मी के दिनों में बिजली उपभोक्ताओं का बिजली बिल ज्यादा आ रहा है।
हर माह वसूला जा रहा है फ्यूल कास्ट
अगर आपने एक महीने में 233 यूनिट बिजली जलाई है और बिजली कंपनी ने फ्यूल कास्ट या एफपीपीएएस 3.9 फीसदी तक वसूला है, तो आपका बिल 62 रुपए ज्यादा आएगा। जब फ्यूल कास्ट 1.9 फीसदी रहेगा तो एफपीपीएएस के नाम पर लगने वाला चार्ज आधे से भी कम हो जाएगा। इसके अलावा फिक्स चार्ज और इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी भी बिजली कंपनियों द्वारा हर महीने वसूली जाती है। इससे बिजली उपभोक्ताओं का बिजली ज्यादा आ रहा है।
ऐसे समझे बिजली बिल में वसूली जाने वाली राशि को
बिजली खपत 233 यूनिट
एनर्जी चार्ज 1276 रुपए
एफपीपीएएस 61.44 रुपए
फिक्स चार्ज 432 रुपए
इलेक्ट्रीसिटी ड्यूटी 146 रुपए
कुल बिजली बिल 1915 रुपए