नई दिल्ली। भारतीय विश्वविद्यालयों की लगातार सुधरती स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रशंसा की। उन्होंने इस सफलता का श्रेय सरकार की ओर से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रयासों को दिया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि भारत के विश्वविद्यालय वैश्विक मंच पर आगे बढ़ रहे हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता उत्साहजनक परिणाम दे रही है। हम अपने शैक्षणिक संस्थानों को समर्थन, विकास व नवाचार के अवसर प्रदान करते रहेंगे। इससे हमारे युवाओं को बहुत लाभ होगा। प्रधानमंत्री की टिप्पणी लंदन स्थित टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग के वैश्विक मामलों के मुख्य अधिकारी फिल बैटी की पोस्ट के जवाब में थी। बैटी ने रैंकिंग में भारत की बढ़ती उपस्थिति पर कहा था कि वैश्विक रैंकिंग में भारत की बढ़ती उपस्थिति उल्लेखनीय है। यह भारत के पीएम मोदी शैक्षणिक सुधारों और शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण के प्रयासों से संभव हो सका है।
2025 की रैंकिंग के लिए रिकॉर्ड 133 भारतीय विश्वविद्यालयों ने आवेदन किया, जबकि 2017 में यह आंकड़ा 42 था। ताजा रैंकिंग में भारत दुनिया में चौथा ऐसा देश है, जिसके विश्वविद्यालयों ने सर्वाधिक संख्या में इसमें प्रतिनिधित्व दर्ज कराया। इसके अलावा इस वर्ष 91 भारतीय विश्वविद्यालयों ने रैंकिंग में स्थान प्राप्त किया है। इसमें सबसे आगे भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बंगलूरू है। इसने 2017 के बाद पहली बार सर्वोच्च रैंकिंग हासिल की। इसके बाद अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई और जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली शामिल हैं।