ताइवान। चीन लगातार ताइवान के क्षेत्र पर अपना दावा करता रहा है। इस बीच ताइवान के नवनियुक्त राष्ट्रपति लाई चिंग ते ने चीन को कड़ी चेतावनी दी है। लाई ने चीन को साफ तौर पर कहा है कि ताइवान को धमकाना बंद करें। बता दें ताइवान के क्षेत्र पर चीन अपना दावा करता रहता है।
अपने भाषण में राष्ट्रपति लाई ने चीन से ताइवान के खिलाफ सैन्य धमकियों के बंद करने और ताइवान जलडमरूमध्य में शांति बनाए रखने की बात कही। लाई की यह टिप्पणी ताइवान के नए राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद आई है। 64 वर्षीय लाई राजनीति और कूटनीति में माहिर माने जाते हैं।
छह साल पहले ताइवान के राष्ट्रपति लाई ने खुद को ताइवान की आजादी की लड़ाई का कार्यकर्ता बताया था। लाई और नव नियुक्त उपराष्ट्रपति हसियाओ बी-खिम ने एक साथ पद और गोपनीयता की शपथ ली है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन दोनों ही नेताओं और उनकी पार्टी पर निशाना साधता रहा है। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का दावा है कि ताइवान उसका हिस्सा है। बीजिंग ने यह धमकी भी दी है कि अगर आवश्यक हुआ तो बलपूर्वक द्वीप राष्ट्र पर कब्जा करेगा।
अपने 30 मिनट के उद्घाटन भाषण में ताइवान के राष्ट्रपति ने शांति को बढ़ावा देने की बात की। उन्होंने ताइवान की संप्रभुता को बनाए रखने का संकल्प लिया और कहा कि ताइवान के लोकतंत्र का गौरवशाली युग आ गया है। चीन को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ताइवान पहले से ही एक स्वतंत्र देश है। इसलिए स्वतंत्रता की घोषणा करने की आवश्यकता नहीं है। उधर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने लाई के राष्ट्रपति बनने पर कहा कि यह ताइवान की स्वतंत्रता का अंत है।