भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र इस सत्र से ऐसा राज्य बनने जा रहा है, जहां पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सभी महाविद्यालयों में पहली बार चौथे साल में छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। यह सत्र जुलाई माह से प्रारंभ होगा। इसके लिए अब तक 61 नए पाठ्यक्रम तैयार किए जा चुके हैं। फिलहाल 17 पाठ्यक्रम ऐसे हैं , जिनको अभी तैयार होने में समय लग रहा है। दरअसल चौथे साल के लिए कुल 78 विषयों का पाठ्यक्रम तैयार किया जाना है। इन सभी पाठ्यक्रम को तैयार करने का लक्ष्य अप्रैल माह तय किया गया था , लेकिन चुनावों के चलते काम प्रभावित हुआ है। अधिकांश पाठ्यक्रम तैयार हो जाने की वजह से उच्च शिक्षा विभाग ने इन नए पाठ्यक्रमों को लोग करने की तैयारियां शुरु कर दी हैं। ऐसे 61 विषय जिनका पाठ्यक्रम बनकर तैयार हो चुका है, उन्हें अनुमोदन के लिए राज्यपाल के पास भी भेजा जा चुका है। राज्यपाल के अनुमोदन के बाद पूरे प्रदेश में फोर्थ ईयर के लिए एक पाठ्यक्रम लागू हो जाएगा।
1200 विशेषज्ञ मिलकर तैयार कर रहे हैं पाठ्यक्रम
विभागीय अधिकारी ने बताया कि अब तक स्नातक चतुर्थ वर्ष का 1200 विशेषज्ञ मिलकर पाठ्यक्रम तैयार कर रहे हैं। विभागीय अधिकारी ने बताया कि अब तक स्नातक चतुर्थ वर्ष का पाठ्यक्रम 80 फीसद पूरा कर लिया गया है। 20 फीसद प्रवेश प्रक्रिया पूरी होते कर लिया जाएगा।इसमें 78 विषय होंगे । इस पाठ्यक्रम को तैयार करने के लिए 1200 विशेष लगे हैं।12वीं का परिणाम अप्रैल अंत में घोषित होने के बाद मई के पहले या दूसरे सप्ताह से यूजी व पीजी में प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
रिसर्च और ऑनर्स का विकल्प
मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जहां एनईपी शत प्रतिशत लागू की गई है। एनईपी के तहत ही छात्र-छात्राएं पहली बार यूजी फोर्थ ईयर में जुलाई से शरू हो रहे सत्र में प्रवेश लेंगे। लेकिन फोर्थ ईयर में प्रवेश के लिए छात्रों को 120 क्रेडिट लाना अनिवार्य होगा। यूजी फोर्थ ईयर में प्रवेश के लिए छात्रों के पास रिसर्च या ऑनर्स में दो विकल्प होंगे। इसमें रिसर्च के लिए 120 क्रेडिट के साथ ही यूजी होंगे थर्ड ईयर तक 7.5 सीजीपीए होना अनिवार्य है। वहीं 120 क्रेडिट प्राप्त करने वाले अन्य छात्र मेजर विषय में ऑनर्स कर सकेंगे। फोर्थ ईयर में छात्रों को रिसर्च प्रोजेक्ट डिजर्टेशन के लिए करना होगा। इसके उन्हें 12 क्रेडिट मिलेंगे। इस तरह के क्रेडिट छात्रों को पहले से तीसरे वर्ष तक नहीं मिले थे। ऑनर्स के ऐसे छात्र जो रिसर्च वर्क नहीं करेंगे उन्हें बदले में 12 क्रेडिट के लिए तीन पाठ्यक्रम करना होंगे। प्रथम तीन वर्षों में छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष 40 क्रेडिट के हिसाब से 120 प्राप्त करना होगा। इसी के साथ फोर्थ ईयर में जब उनके कुल 160 क्रेडिट होंगे तब उन्हें डिग्री प्रदान की जाएगी।
08/05/2024
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