दिग्विजय का श्रीमंत पर तीखा हमला बताया कायर
प्रदेश में लोकसभा चुनावों की सरगर्मी बढऩे लगी है। एक-दूसरे पर हमले भी तेज हो गए हैं। दिग्विजय सिंह राजगढ़ से प्रत्याशी बनाए गए हैं। वे ज्योतिरादित्य सिंधिया यानि की श्रीमंत पर लगातार हमलावर हैं। एक सभा में उन्होंने सिंधिया को अब कायर करार दिया है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिराकर भाजपा में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस कभी नहीं भूल पाएगी, क्योंकि ये वो समय था, जब डेढ़ दशक बाद प्रदेश में कांग्रेस ने वापसी करते हुए सरकार बनाई थी। जिसे सिंधिया ने पलीता लगाते हुए 15 माह में ही गिरा दिया। इसके बाद से कांग्रेस उबर नहीं पा रही है।
इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी को कोई नहीं जानता: विजयवर्गीय
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को कांग्रेस प्रत्याशियों को लेकर बयान दिया। कहा कि कांग्रेस के पास लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए प्रत्याशी नहीं हैं। इंदौर लोकसभा प्रत्याशी को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोगों को पकड़-पकडक़र चुनाव लड़ा रही है। विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर से जिन्हें लोकसभा टिकट मिला है उन्हें मैं तो जानता हूं लेकिन इंदौर की जनता कोई भी नहीं जानती। घर भी पहुंचा तो कहा कि कोई नहीं जानता। वह ऐसे ही लोगों को लड़ा रही है। राजगढ़ में उम्मीदवार ही नहीं मिला। दिग्विजय सिंह जैसे 72 वर्षीय व्यक्ति को लड़ाना पड़ रहा है। ऐसे ही कांतिलाल भूरिया को झाबुआ से लड़ा रहे हैं।
अक्षय का भाजपा पर पलटवार, कहा बदल देंगे इतिहास
इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने कहा है कि वे इस बार भाजपा का जीत का इतिहास बदलेंगे। उन्हें पूरा विश्वास है कि वे अपनी मेहनत के दम पर इंदौर के लोगों का दिल जीतने में कामयाब होंगे। अक्षय ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है , जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी आठ लाख से अधिक वोट से जीतेंगे। अक्षय ने कहा कि बोलने से कुछ नहीं होता। बोला हुआ तो बेकार हो जाता है, लिखा हुआ ही माना जाता है। विजयवर्गीय लिखकर दें कि भाजपा के प्रत्याशी सांसद चुनाव आठ लाख वोट से जीतेंगे और अगर इतने वोट नहीं मिले तो वे इस्तीफा दे देंगे।
जहां से पार्टी कहेगी वहां से लडूंगा चुनाव: अरुण
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के चुनाव मैदान में उतरने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के भी सुर बदल गए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी जहां से कहेगी, वहीं से चुनाव लडूंगा। यादव ने पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा से पहले ही गुना सीट से भाजपा के ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ चुनाव लडऩे का ऐलान किया था। उनके इस बयान को खंडवा लोकसभा चुनाव लडऩे से पीछे हटने से जोडक़र देखा जा रहा है। बता दें कि खंडवा यादव का संसदीय क्षेत्र रहा है। वह कई बार यहां से चुनाव लड़े हैं और जीते भी हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि देश में आपातकाल कायम हो चुका है। जनता से चुने गए दो मुख्यमंत्री जेल में हैं। विधानसभा चुनाव के हार पर उन्होंने कहा कि कुछ आतंरिक मुद्दा है, जिसकी चर्चा हम पार्टी फार्म पर करते हैं और आगे भी करेंगे।