- प्रदेश की तीन दर्जन मंडियों को हाईटेक बनाने जा रही सरकार …
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मोहन सरकार का फोकस भी अब पूरी तरह से किसानों पर बना हुआ है। यही वजह है उनके लिए कई तरह की सुविधाओं के साथ ही योजनाओं पर काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में अब किसानों को अपनी उपज बेंचने के दौरान मंडियों में होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।
इसके तहत सरकार प्रदेश की तीन दर्जन मंडियों को हाईटेक बनाने जा रही है, जिनमें किसानों को विश्राम करने की सुविधा के साथ ही उपचार तक की व्यवस्थाएं होंगी। सरकार द्वारा इसके लिए इस तरह की सुविधाएं लोकसभा चुनाव से पहले जुटाने की तैयारी में है। गौरतलब है कि इसके पहले सरकार प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों को पांच रुपए प्रति लीटर दूध पर प्रोत्साहन राशि देने की भी तैयारी कर चुकी है।
सरकार द्वारा इसके लिए फिलहाल 39 मंडियों का चयन किया गया है। इन्हें पूरी तरह से डिजिटल और हाईटेक बनाया जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव भी बुलाए गए हैं। इन मंडियों में उपज बेचने के लिए पर्ची बनाने, उपज की नीलामी, उपज का तौल व भुगतान तक सारा काम ऑनलाइन किया जाएगा। हाईटेक मंडी होने के बाद किसानों को मंडी में ही कई तरह की सुविधाएं भी मिलेंगी।
इसमें सर्वसुविधा युक्त प्रांगण तो रहेगा ही साथ ही अगर उन्हें रात्रि विश्राम करना है तो, उनके लिए कृषक विश्राम गृह भी होगा। इसमें उनके लिए टीवी से लेकर आलीशान रूम के अलावा उन्हें प्राथमिक उपचार और दवाइयां तक की भी व्यवस्था रहेगी। इसी तरह से किसानों को रियल टाइम पर वजन करने और उसकी पर्ची भी मिल सकेगी। अगर किसान चाहें तो उन्हें मोबाइल पर भी पर्ची बनाने की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा टोल पत्रक भी ई प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज बढ़ाए जाएंगे जिनकी निगरानी भी भोपाल स्तर से की जाएगी।
खंडवा में ई मंडी शुरु
मंडियों को हाईटैक करने का काम खंडवा कृषि उपज मंडी में पूरा किया जा चुका है। वहां पर उपज बेचने के लिए पर्ची बनाने, उपज की नीलामी, उपज का तौल व भुगतान तक का सारा काम ऑनलाइन शुरु हो चुका है। ऐसा होने से ना सिर्फ व्यापारियों को, बल्कि, मंडी समिति के समय की बचत हो रही है, बल्कि किसानों को नकद भुगतान को ले जाने के जोखिम से भी मुक्ति मिल गई है। यही नहीं किसानों को अब इन तमाम कामों के लिए परेशान भी नहीं होना पड़ रहा है।