लाड़ली बहनों के साथ सरकारी अमले ने किया बड़ा खेला

लाड़ली बहनों
  • राशि मिलनी हुई बंद

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश की शिवराज सरकार की महत्वाकांक्षी लाड़ली बहना योजना से जुड़ी कई महिलाओं के साथ सरकारी अमले ने ऐसा खेला किया कि उनका नाम ही अचानक लाभार्थियों की सूची बाहर हो गया। इसका पता उन्हें तब लगा जब इस माह उनके खातों में योजना के तहत पैसा नहीं आया। अब यह महिलाएं लाभ पाने के लिए हैरान परेशान घूम रही हैं। इसके बाद भी महिलाओं का नाम योजना में दुबारा नहीं जुड़ पा रहा है। इसकी वजह से उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। अहम बात यह है इस मामले में विभाग का तर्क है कि इन महिलाओं ने स्वेच्छा से लाभ छोड़ा है, जबकि महिलाओं ने आवेदन देकर बताया कि उन्होंने योजना का लाभ लेने से कभी भी मना ही नहीं किया है। दरअसल इनमें से बहुत सी महिलाएं ऐसी भी है, जिनकी आयु हाल ही में   एक जनवरी को 60 वर्ष से ज्यादा हो गई है। जिसके चलते वे अपात्र हो गई हैं। इस वजह से उनका नाम भी सूची में से बाहर कर दिया गया है। दरअसल, चुनाव से पहले तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना शुरु की थी, जिसमें पात्र महिलाओं को एक हजार रुपए मासिक दिया जाना था। बाद में सरकार ने राशि बढ़ाकर 1250 रुपए प्रतिमाह कर दी। सरकार द्वारा अब तक इसकी आठ किस्तें जारी की जा चुकी हैं। इस बीच कुछ महिलाओं को किस्त की राशि मिलनी अचानक बंद हो गई है। इस तरह की स्थिति लगभग प्रदेश के अधिकांश जिलों में बन गई है। इस तरह के मामलों में खंडवा में करीब 350 महिलाओं ने समाज कल्याण विभाग को आवेदन देकर शिकायत की है। इन शिकायतों पर अब तक कोई सुनवाई नहीं की गई है। हाल ही में इसी तरह के कई मामले खरगोन और बुरहानपुर जिलों में भी सामने आ चुके हैं। इसके बाद से जिलों द्वारा मुख्यालय स्तर से मार्गदर्शन मांगा जा रहा है।
इस तरह की बात आ रही है सामने
खंडवा निवासी जमीला बी घरेलू महिला हैं। उनका नाम स्वेच्छा से लाभ परित्याग की सूची में डाल दिया गया है। उनके पति जावेद शेख का कहना है कि एक दिन उनके पास फोन आया कि जमीला का नाम स्वेच्छा से लाभ परित्याग करने वालों की सूची में आ गया है। वे इसका मतलब ही नहीं समझ पाए। इसी तरह से बुरहानपुर निवासी सुरेखा तायडे के बेटे नीलेश को किस्त के बारे में जानकारी लेने के लिए फोन आया था। बेटे ने बताया कि उनकी मां को किस्त मिल रही है। उसके बाद से लाभ बंद हो गया। नाम भी स्वत: लाभ परित्याग करने वालों की सूची में आ गया है। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई है।
यह है पात्रता तय
योजना का लाभ लेने के लिए संयुक्त परिवार में 2.5 लाख से ज्यादा आय, आयकरदाता परिवार का सदस्य, शासकीय सेवकों के परिवार, पेंशन या किसी भी योजना में एक हजार से अधिक लाभ अर्जित करने वाली महिलाओं को इस योजना से बाहर रखा गया है। 60 वर्ष + आयु की महिलाओं को भी योजना से बाहर किया गया है। प्रदेश में लगभग 1.25 करोड़ महिलाओं ने आवेदन किया। दो लाख के आवेदन पर आपत्तियां आईं। करीब 27 हजार आवेदन आमान्य हुए हैं। प्रदेश में हर माह करीब 1.25 करोड़ को 1250 की किस्त दी जा रही है।

Related Articles