अब हर दिन दो हजार पर्यटक पहुंच रहे हैं वन विहार

वन विहार

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। वैसे तो राजधानी में अनेक पर्यटक स्थल है, जहां पर दर्शकों के आने जाने का सिलसिला लगा रहता है, लेकिन बीते कुछ माह से लोगों की पहली पसंद के रूप में बड़े तालाब के पास स्थित वनविहार बन कर उभरा है। यही वजह है कि इन दिनों यहां पर हर दिन लगभग पर्यटकों की भीड़ देखी जा सकती है। अगर यहां आने वाले पर्यटकों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो हर दिन औसतन दो हजार पर्यटक बीते आठ माह से यहां पर आ रहे हैं। अहम बात यह है कि यहां पर पर्यटकों द्वारा अन्य पर्यटन स्थलों से अधिक समय भी व्यतीत किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के आठ माह में 5 लाख पर्यटक यहां पर आकर लुत्फ उठा चुके हैं। वन बिहार प्रबंधन को अगले चार माह में करीब 3 लाख और पर्यटकों के आने की उम्मीद है। इससे पिछले पांच सालों का रिकॉर्ड टूट सकता है। अब तक वन विहार में पांच लाख सैलानियों से 2 करोड़ 4 लाख का राजस्व भी मिला है। वर्ष 2022 में सबसे अधिक 7 लाख 85 हजार 860 पर्यटक यहां पहुंचे थे, जो कि अब तक का रिकॉर्ड है।
यह है खास
पांच किलोमीटर लंबे इस राष्ट्रीय उद्यान के एक तरफ पूरा पहाड़ और हरा भरा मैदानी क्षेत्र है, जो जंगलों तथा हरियाली से आच्छादित है। दूसरी ओर भोपाल का मशहूर तथा खूबसूरत बड़ा तालाब (ताल) है। ये संगम अपने आप में बहुत सुंदर लगता है। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 1500 से ज्यादा वन्य जीव हैं। इनमें से सबसे ज्यादा वन्यजीव चीतल, सांभर और मोर हैं। इसके अलावा यहां पर 3 सिंह, 12 बाघ और 20 भालू भी हैं, जो पर्यटकों के आकर्षण लिए खास होते हैं। वन विहार में विहार वीथिका, वर्ड इंटरप्रेटेशन सेंटर, जंगली कैफे, तितली और स्नेक पार्क भी हैं। इसके अलावा भालू, गिद्ध, सांप और बारासिंगा जैसे वन्यजीवों के रेस्क्यू और ब्रीडिंग सेंटर भी हैं। जिनके माध्यम से वन्यजीवों का संरक्षण और प्रजनन कराया जा रहा है। अहम बात यह है कि वन विहार प्रदेश का इकलौता थी इन वन टूरिस्ट स्पॉट है जहां चिडिय़ाघर, नेशनल पार्क के घर के साथ-साथ रेस्क्यू सेंटर भी है।

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