चेन्नई। तमिलनाडु राजभवन पर पेट्रोल बम हमले की घटना के बाद से राजनीतिक दलों में जुबानी जंग तेज हो गई है। मामले को लेकर भाजपा और सत्तारूढ़ दल डीएमके आमने-सामने है। डीएमके ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश उनके काम नहीं आएगी। वहीं भाजपा ने आरोप लगाया कि राज्य के लोग राजभवन हमलों के प्रति संवेदनशील हो गए हैं। राज्य में महिलाओं के लिए कोई सुरक्षा नहीं है। घटना पर राज्य पुलिस ने कहा, पेट्रोल बम राजभवन के बाहर फेंका गया था। पुलिस ने दावा किया कि राजभवन क्षेत्र कड़ी सुरक्षा से घिरा हुआ है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने सवाल खड़े करते हुए पूछा कि जब राज्यपाल के पास खुद सुरक्षा का अभाव है तो राज्य के लोगों को कौन सुरक्षा प्रदान करेगा।
राजभवन पर बम हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए डीएमके सरकार के मंत्री ई वी वेलु ने कहा, राज्यपाल का आवास राजभवन परिसर के काफी अंदर है। यहां पुलिस की 24 घंटे कड़ी सुरक्षा रहती है। संदिग्धों ने रोड पर पेट्रोल बम फेंका और भाजपा इसे राज्यपाल के आधिकारिक आवास पर हमले बता रही है। तमिलनाडु में कानून व्यवस्था अच्छी तरह से कायम है।
शनिवार को नामक्कल जिले के तिरुचेंगोडे में अपनी पदयात्रा के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए अन्नामलाई ने कहा, यह घटना और राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था आगामी लोकसभा में लोगों के सामने कई महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक है। उन्होंने कहा, 2024 का लोकसभा चुनाव कोई सामान्य चुनाव नहीं होगा। ऐसी स्थितियों को देखकर लगता है कि मतदान के समय कानून व्यवस्था की स्थिति भी खराब होगी।