- जनवरी 2004 के पूर्व कर्मचारियों को भी मिल सकता है फायदा
भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की जारी प्रक्रिया के बीच ओल्ड पेंशन स्कीम बड़ा चुनावी मुद्दा बना हुआ है। ऐसे में प्रदेश कैडर के दस अखिल भारतीय सेवाओं के अफसरों को पुरानी पेंशन पाने का हक मिल चुका है। इनमें से पूर्व में पांच आईएएस अफसरों को यह अधिकार मिला था , लेकिन हाल ही में इसी तरह का हक पांच आईपीएस अफसरों को भी दे दिया गया है। इस सबंध में आदेश ऐसे समय जारी किए गए हैं, जब प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सत्ता में आने पर सरकारी कर्मचारियों को फिर से ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल करने का चुनावी वादा किया है। राज्य के पांच लाख सरकारी कर्मचारी ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करने की लगातार मांग कर रहे हैं। पर चुनावों से पहले ही राज्य सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर जो फैसला किया है, उससे कई कर्मचारियों के लिए इस पेंशन का लाभ मिलने का रास्ता खुल गया है। इससे ऐसे कई सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिलेगा , जिन्होंने भले ही एक जनवरी 2004 के बाद नौकरी ज्वाइन की हो, लेकिन उनकी नियुक्ति या फिर नौकरी का विज्ञापन एनपीएस के लिए जारी नोटिफिकेशन की तारीख से पहले ही जारी किया जा चुका हो। अब राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2004 और वर्ष 2005 बैच के पांच आईपीएस अफसरों को ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ देना तय कर दिया है।
जिन पांच आईपीएस अफसरों को ओपीएस का लाभ दिया गया है, उन सभी ने कैट में सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए तर्क दिया था कि उनके यूपीएससी उत्तीर्ण करने और इसके नोटिफिकेशन जारी करने तक राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली लागू नहीं हुई थी। लिहाजा, उन्हें ओपीएस का लाभ दिया जाए। केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय ने 5 आईपीएस अफसरों को ये रियायत दी है। इसके बाद राज्य सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। किया।
इन्हें मिलेगा लाभ
जिन अफसरों को पुरानी पेंशन का लाभ देना तय कर लिया गया है, उनमें 2014 बैच के आईपीएस गौरव राजपूत, इरशाद वली और संजय कुमार के साथ 2005 बैच के सुशांत सक्सेना और डॉ. आशीष का नाम शामिल है। गौरव राजपूत आईजी योजना शाखा पीएचक्यू, इरशाद वली आईजी नर्मदापुरम रेंज, संजय कुमार आइजी बालाघाट जोन हैं। सुशांत कुमार सक्सेना आईजी चंबल रेंज और डॉ. आशीष आईजी इंटेलिजेंस पीएचक्यू के पद पर पदस्थ हैं। इसके पहले मध्य प्रदेश संवर्ग के पांच आईएएस अधिकारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) का लाभ देने का फैसला किया गया था। इनमें 2004 बैच के आईएएस अधिकारी जान किंग्सली, रघुराज एमआर एवं 2005 बैच के राहुल जैन, जीव्ही रश्मि और संजीव सिंह के नाम शामिल थे।
ओल्ड पेंशन स्कीम पाने का मिलेगा एक मौका
केंद्रीय कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने 13 जुलाई 2023 को ऑफिस मेमो जारी किया था। जिसमें कहा गया कि अलग अलग हाईकोर्ट के फैसलों और सीएटी (कैट) के निर्णयों जिसमें ऐसे सरकारी कर्मचारी जिनकी नियुक्ति एक जनवरी 2004 के पहले या बाद में हुई है, लेकिन भर्ती के लिए विज्ञापन या फिर नियुक्ति 22 दिसंबर 2003 को एनपीएस के लिए जारी किए नोटिफिकेशन से पहले हुई है और जिन्हें एनपीएस का फायदा मिल रहा है, उन्हें ओल्ड पेंशन स्कीम का ऑप्शन चुनने का एक मौका दिया जाएगा। ऐसे में सिविल सर्विसेज परीक्षा 2003, सिविल सर्विसेज परीक्षा 2004 और ऑल इंडिया फॉरेस्ट सर्विस परीक्षा 2003 में ऑल इंडिया सर्विसेज के तहत चयनित सदस्य इस प्रॉविजन के तहत कवर होंगे। हालांकि अधिकारी जिस राज्य के कैडर के तहत आते हैं, उन्हें वहां ओपीएस अपनाने के लिए आवेदन करना होगा।
इन्हें भी होगा फायदा
जाहिर है मध्य प्रदेश सरकार के इस फैसले और केंद्रीय कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के सर्कुलर जारी करने के चलते ऐसे कई सरकारी कर्मचारी को राहत मिलेगी, जिनकी नियुक्ति एनपीएस के लागू होने के पहले हुई थी या नियुक्ति के लिए विज्ञापन पहले जारी किया गया था। ऐसे सरकारी कर्मचारी को ओल्ड पेंशन स्कीम को अपनाने का एक विकल्प मिलेगा।