कांग्रेस ने बिगाड़े कई भाजपा प्रत्याशियों के समीकरण

  • परिवार के बीच कई सीटों पर होगा रोचक मुकाबला
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भोपाल/चिन्मय दीक्षित/बिच्छू डॉट कॉम। कांग्रेस की दूसरी सूची बीती देर रात जारी होते ही भाजपा पर भी अब अपने शेष प्रत्याशी घोषित करने का भारी दबाव बन गया है। कांग्रेस की इस सूची में कुछ जगहों पर ऐसे प्रत्याशी घोषित किए गए हैं, जिसकी वजह से भाजपा के समीकरण ही बिगड़ गए हैं। इनमें कुछ सीटों पर तो कांग्रेस ने भाजपा के घोषित प्रत्याशियों के परिजनों को ही टिकट थमा दिए हैं। ऐसे में हर-जीत के बाद भी परिवार के पास ही विधायकी आना तय हो गई है। उधर, इस सूची में पार्टी ने कुछ पुराने प्रत्याशियों की जगह नए नाम घोषित किए हैं। इनमें दतिया , अटेर और गोटेगांव की सीट शामिल है। बीती रात जारी की गई सूची में विंध्य अंचल की  देवतालाब विधानसभा सीट से पदमेश गौतम को प्रत्याशी घोषित किया है। पदमेश का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से है। पदमेश विधानसभा अध्यक्ष के भतीजे हैं। पदमेश जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में गिरीश गौतम के बेटे को हरा चुके हैं। यहां चाचा-भतीजे के बीच बेहद रोचक मुकाबला होना तय है। इसी तरह से सागर में भाजपा विधायक व प्रत्याशी शैलेन्द्र जैन के सामने कांग्रेस ने उनकी छोटे भाई सुनील जैन की पत्नी निधि जैन को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। इसकी वजह से यहां पर भी बेहद रोचक मुकाबला देखने को मिलना तय है। इसी तरह से कांग्रेस ने कुछ सीटों पर भाजपा के जातिगत समीकरण भी बिगाड़ दिए हैं, जिसकी वजह से एक बार फिर से भाजपा के रणनीतिकारों को कई सीटों पर नए सिरे से समीकरण साधने की रणनीति बनाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। दरअसल इसके जरिए कांग्रेस ने भाजपा के कुछ बड़े चेहरों को जातिगत समीकरणों के जरिए घेरने की रणनीति पर अमल किया है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ रवींद्र सिंह तोमर को प्रत्याशी बनाया है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी से मैदान में हैं। उनके सामने कांग्रेस ने मौजूदा विधायक तोमर को ही दोबारा टिकट दिया है। 2020 के उपचुनाव में रवींद्र सिंह तोमर ने यहां जीत दर्ज की थी। इसी तरह उज्जैन दक्षिण से भाजपा ने जहां मंत्री मोहन यादव को टिकट दिया है, वहीं कांग्रेस ने चेतन प्रेमनारायण यादव को मैदान में उतारा है। मोहन यादव दो बार से विधायक हैं। वहीं, चेतन प्रेम नारायण यादव पूर्व महापौर प्रेम नारायण यादव के पुत्र हैं।  गौरतलब है कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 88 उम्मीदवारों की दूसरी सूची गुरुवार देर रात जारी कर दी। दूसरी सूची में तीन सीटें ऐसी हैं, जहां प्रत्याशी बदले गए हैं। यानी 85 सीटों पर प्रत्याशियों का एलान किया गया है। इससे पहले कांग्रेस की पहली सूची में 144 नामों की घोषणा की गई थी। कांग्रेस एक सीट को छोडक़र मध्यप्रदेश की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।
त्रिपाठी को दिया झटका
कांग्रेस ने मैहर से पूर्व भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी को बड़ा झटका देते हुए उन्हें टिकट नहीं दिया है। अब माना जा रहा है कि त्रिपाठी निर्दलीय रूप से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। त्रिपाठी की जगह कांग्रेस ने नगर पालिका अध्यक्ष धर्मेश घई को प्रत्याशी बना कर सभी को हतप्रभ कर दिया है। यहां से भाजपा से हाल ही में इस्तीफा देने वाले नारायण त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाए जाने की अटकलें तेजी से लगाई जा रही थीं। दरअसल घई कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के समधी हैं। दरअसल त्रिपाठी कभी भी एक ही पार्टी में नहीं टिकते हैं। ऐसे में कांग्रेस ने भी उन पर भरोसा नहीं किया है। उधर, कांग्रेस ने सागर जिले की चार सीटों पर महिला प्रत्याशी उतारे गए हैं। इनमें बीना से निर्मला सप्रे, खुरई से रक्षा राजपूत, रहली से ज्योति पटेल, और सागर से निधि जैन का नाम शामिल हैं।
भाजपा नेता को भी थमाया टिकट
इस सूची में निवाड़ी सीट से कांग्रेस ने जिला पंचायत अध्यक्ष सरोज राय के बेटे अमित राय को उम्मीदवार बनाया गया है। वे स्वयं जिला पंचायत सदस्य हैं। इसमें बेहद अहम बात यह है कि वे अब तक भाजपा में जिला उपाध्यक्ष हैं। भले ही कांग्रेेस उन्हें टिकट देने की वजह सर्वे में उनका नाम सबसे आगे होने की बात करे ,लेकिन सच यही है कि उन्हें टिकट देने की वजह है उनका स्थानीय भाजपा विधायक अनिल जैन का घोर विरोधी होना। राय जिला पंचायत सदस्य बनने के बाद से अनिल जैन के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इसकी वजह से उनके खिलाफ हाल ही में एक मामला भी दर्ज हो चुका है।  
कांग्रेस भाजपा आमने सामने
कांग्रेस की दूसरी सूची जारी होने के बाद भाजपा नेता नरेन्द्र सलूजा और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले आमने -सामने आ गए हैं। सलूजा ने रात में ही सोशल मीडिया पर लिखा कि कांग्रेस की रात के अंधेरे में दूसरी सूची घोषित। घमासान शुरू , इस्तीफे शुरु। इसके साथ ही उनके द्वारा कविता पांडे की इस्तीफा वाली पोस्ट को डाला गया है। उधर, प्रतिउत्तर में कांग्रेस के बबेले ने लिखा है कि आधी रात की सूची पर चिंङ्क्षतत होने वालों को पता होना चाहिए कि भगवान कृष्ण का जन्म भी आधी रात को हुआ था और उन्होंने कंस मामा के अत्याचार से मुक्ति दिलाई थी।  

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