इंदौर विधानसभा-3 में चौंका सकती है भाजपा
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश की 136 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। लेकिन जो 94 सीटे बची हैं, उनमें इंदौर विधानसभा-3, 5 और महू सीटें भी हैं, जिन्हें पार्टी ने होल्ड पर रखा है। लेकिन इस बीच महाराष्ट्रीयन-मुस्लिम बाहुल्य सीट इंदौर विधानसभा-3 के लिए खांटी संघी परिवार के सदस्य शेखर किबे का चौंकाने वाला नाम सामने आया है। भाजपा शेखर किबे को इंदौर विधानसभा-3 से चुनाव मैदान में उतारने के तैयारी कर रही है। जबकि अपने उद्योगपति पुत्र मिलिंद महाजन के लिए जी-जान से प्रयासरत पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा ताई को दिल्ली ने साफतौर पर न कह दिया है। हम बता दें कि इसके पहले भी भाजपा ने कई दिग्गज नेताओं की दावेदारी के बीच इंदौर नगर निगम के महापौर पद पर संघ निष्ठ पुष्य मित्र को उम्मीदवार बनाकर सबको चौंका दिया था। भाजपा सूत्रों का कहना है कि शेखर किबे इंदौर के पहले उस खांटी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) परिवार से हैं, जिसके जरिए संघ ने अपने शुरूआती दौर में मालवा-निमाड़ में अपने पांव फैलाए। शेखर की इंदौर के महाराष्ट्रीय समाज में खासी पैठ है। वे लंबे अरसे से भाजपा के सहकारिता प्रकोष्ठ में पदाधिकारी और इंदौर परस्पर सहकारी बैंक के सचिव हैं। इसके साथ वे इंदौर नगर निगम पार्षद रह चुके हैं। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-3 में कई सालों से भाजपा के विधानसभा चुनाव का संचालन करते आ रहे हैं।
ये दिग्गज नेता भी कर रहे दावेदारी
इंदौर विधानसभा-3 पर पूर्व विधायक गोपी नेमा, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता गोविंद मालू एवं भाजपा जिला अध्यक्ष गौरव रणदिवे के साथ शिवराज सरकार में मंत्री उषा ठाकुर भी प्रबलता दावेदारी कर रही हैं। हम बता दें कि इस सीट से मौजूदा विधायक आकाश विजयवर्गीय के पहले गोपी नेमा और उषा ठाकुर विधायक रह चुकी हैं। उषा ठाकुर वर्तमान में महू से विधायक हैं, लेकिन इस बार इंदौर विधानसभा-तीन से टिकट मांग रही हैं।
इंदौर विधानसभा-3 इंदौर की सबसे छोटी विधानसभा
मुस्लिम, महाराष्ट्रीयन और व्यापारी बाहुल्य इंदौर विधानसभा-3, इंदौर जिले की नौ विधानसभाओं में सबसे छोटी विधानसभा है। यहां करीब एक लाख 30 हजार वोटर्स हैं। इस सीट पर 2013 के पहले तक लगातार कांग्रेस जीतती आई है। दो बार कांग्रेस के अश्विनी जोशी विधायक रह चुके हैं।
आकाश-मिलिंद को नहीं मिलेगा टिकट
पीएम नरेंद्र मोदी ने जब से यह कहा है कि भाजपा में परिवारवाद नहीं चलेगा। किसी नेता पुत्र को टिकट नहीं दिया जाएगा। तब से यह भी सुनिश्चित हो गया है कि भाजपा के कद्दावर नेता इंदौर विधानसभा क्रमांक-1 से प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय के सुपुत्र एवं मौजूदा विधायक आकाश विजयवर्गीय और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा ताई के उद्योग पति ज्येष्ठ पुत्र मिलिंद महाजन को परिवारवाद के चलते पार्टी टिकट नहीं देगी। हालांकि इसके बाद भी कैलाश विजयवर्गीय और सुमित्रा ताई अपने पुत्रों के टिकट दिलाने के प्रयासों में लगे हुए हैं। ताई अपने उद्योगपति बेटे मिलिंद को लेकर लगातार दिल्ली के चक्कर लगा चुकी हैं। भाजपा हाईकमान ने मिलिंद को टिकट देने के लिए साफतौर न कह दिया है।