- स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक आज दिल्ली में
भोपाल/चिन्मय दीक्षित/बिच्छू डॉट कॉम। प्रमुख प्रतिद्धंदी दल भाजपा द्वारा अब तक तीन सूचियों में अपने 79 नामों की घोषणा की किए जाने से कांग्रेस पर भी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा का भारी दबाव बना हुआ है। इस बीच कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक आज दिल्ली में होने जा रही है, जिसमें करीब छह दर्जन प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लग सकती है। इन नामों पर मुहर लगने के बाद सूची को केन्द्रीय चुनाव समिति के पास भेजा जाएगा। समिति इन नामों पर विचार करने के बाद अपनी स्वीकृति देगी जिसके बाद ही सूची को जारी किया जाएगा। पार्टी सूत्रों की माने तो इसमें मौजूदा विधायकों के अलावा लगातार हारने वाली सीटों के नाम तो होंगे ही साथ ही उन कुछ सीटों के भी नाम होंगे , जिन पर बीते चुनाव में पार्टी को हार मिली थी। इस तरह से माना जा रहा है कि इस सूची में करीब 70-72 नाम शामिल हो सकते हैं। दरअसल प्रदेश में अगले हफ्ते की शुरुआत में ही चुनावी आचार संहिता लगने की संभावना है। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी अपनी पहली सूची महालक्ष्मी पूजा के दिन यानि की छह अक्टूबर को जारी कर सकती है। पार्टी सूत्रों की ताने तो प्रत्याशी चयन को लेकर दो दौर की बैठक हो चुकी है। नाम तय करने के लिए स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, सदस्य अजय कुमार लल्लू, सप्तगिरि उलका और प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला जिला अध्यक्ष, प्रभारी, संगठन मंत्री, ब्लॉक अध्यक्ष, चुनाव समिति के सदस्य, विधायक, पूर्व विधायक और प्रदेश पदाधिकारियों से फीडबैक ले चुके हैं। दिल्ली में पिछले माह समिति के सदस्य तीन दिन प्रत्याशी चयन को लेकर प्रारंभिक तौर पर मंथन किया जा चुका है। हाल ही में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी दिल्ली में प्रत्याशी चयन को लेकर मंथन किया था। गौरतलब है कि जिन नेताओं को कांग्रेस चुनाव में उतारने जा रही है, उनमें से अधिकांश को कमल नाथ पहले ही चुनावी तैयारियों को लेकर इशारा कर चुके हैं। बैठक में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह, अरुण यादव सहित समिति के अन्य सदस्य भी शामिल होंगे।
दो अंचल रहेंगे चर्चा के केन्द्र बिन्दु
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस दौरान नेताओं द्वारा विंध्य व बुंदेलखंड अंचल की सीटों को लेकर अलग से चर्चा की जाएगी। इसकी वजह है इन अंचलों में बदलते राजनैतिक समीकरण। विंध्य अंचल के तहत आने वाली मैहर सीट से विधायक नारायण त्रिपाठी का टिकट भाजपा काट चुकी है। वे टिकट कटने से पहले ही अपनी पार्टी बना चुके हैं। उन्हें कांग्रेस का भी करीबी माना जाता है। उन्होंने मैहर जिले के गठन का श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान साथ-साथ कमल नाथ को देकर भाजपा नेताओं को सकते में डाल दिया था। इसी तरह से इसी अंचल के एक और वरिष्ठ विधायक केदार नाथ शुक्ल का भी भाजपा टिकट काटकर सांसद रीति पाठक को प्रत्याशी बना चुकी है। इसका वे न केवल विरोध कर रहे हैं, बल्कि उन्होंने निर्दलीय चुनाव लडऩे की भी घोषणा कर दी है। उधर, मालवांचल में जय युवा आदिवासी शक्ति संगठन (जयस) से जुड़े कुछ युवाओं को टिकट देने के मामले पर भी विचार विमर्श किया जाएगा। बीते चुनाव में इस संगठन का साथ मिलने की वजह से ही इस अंचल में कांग्रेस को अच्छी जीत मिली थी। उधर, बुंदेलखंड अंचल में कांग्रेस के सामने कई सीटों पर मजबूत प्रत्याशियों की तलाश को लेकर संकट बना हुआ है। यही वजह है कि इस अंचल पर भी चर्चा की जाएगी।
पटवारी को विशेष रूप से बुलाया
बैठक के लिए जीतू पटवारी को अलग से बुलाया गया है। वे मालवांचल से आते हैं। पटवारी इस स्क्रीनिंग समिति के सदस्य नहीं हैं । माना जा रहा है कि बैठक में उनसे मालवा अंचल के चुनावी समीकरणों की जानकारी लेने के साथ ही प्रत्याशी चयन को लेकर भी चर्चा की जाएगी। उल्लेखनीय है कि संगठन ने चुनाव अभियान समिति में उन्हें सह-अध्यक्ष बनाया है।