नई दिल्ली। 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले कर्नाटक में तीन और डिप्टी सीएम की नियुक्ति के लिए उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने अपने कैबिनेट सहयोगी के एन राजन्ना के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी ने उन्हें यह जो पद दिया है वह उनके ट्रैक रिकॉर्ड को देखकर दिया है। हालांकि उन्होंने इस पर सीधी प्रक्रिया देने से मना कर दिया है। पार्टी आलाकमान और सीएम सिद्धारमैया को ऐसी इच्छाओं की अभिव्यक्ति का जवाब देना चाहिए।
शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, “हमारी पार्टी के पास आलाकमान है, मुख्यमंत्री ने मुझे उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया है, उनका कुछ मार्गदर्शन है। कई लोगों की इच्छा होगी। किसी की इच्छा होगी। इसका जवाब देने के लिए लोग हैं उन्होंने कहा, आपने मेरा राजनीतिक ट्रैक रिकॉर्ड देखा है – आज से नहीं, 1985 से। मेरे संघर्ष के कारण ही पार्टी ने मुझे इस पद पर बैठाया है।
फिलहाल कर्नाटक में सिद्धारमैया की सरकार में डीके शिवकुमार उपमुख्यमंत्री हैं। साथ ही वह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। राजन्ना ने कहा था कि ‘लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और सभी पार्टियां चुनाव की तैयारी कर रही हैं। हम चाहते हैं कि कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीते और हमें विश्वास है कि हम जीतेंगे। ऐसे में एससी/एसटी वर्ग के नेता को उपमुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। दूसरा अल्पसंख्यक वर्ग से और तीसरा उपमुख्यमंत्री वीरशैव-लिंगायत समुदाय से बनाया जाना चाहिए, जिससे इन वर्गों का समर्थन कांग्रेस को मिल सकें।’
राजन्ना ने कहा था कि वीरशैव लिंगायत समुदाय पार्टी से दूर चला गया था लेकिन विधानसभा चुनाव के नतीजों से पता चला है कि इस वर्ग का समर्थन फिर से कांग्रेस को मिला है। बता दें कि राजन्ना खुद एसटी वर्ग से आते हैं। हालांकि जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वह उपमुख्यमंत्री बनेंगे तो उन्होंने इनकार कर दिया और कहा कि यह सिर्फ पार्टी आलाकमान का फैसला होगा। हाल ही में तीन और डिप्टी की नियुक्ति के लिए कैबिनेट के भीतर से आवाज उठने के साथ, सीएम सिद्धारमैया ने कहा था कि आलाकमान अंततः इस पर फैसला करेगा और वह फैसले का पालन करेंगे।