कोलकाता। पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी है। इस पर भाजपा नेता और बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि अगर वो ऐसा करते हैं तो टीएमसी को राजधानी में हंगामा करने के चलते दिल्ली पुलिस की कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
शुभेंदु अधिकारी ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृहमंत्रालय के तहत काम करती है और वह राष्ट्रीय राजधानी में ममता बनर्जी की पार्टी की किसी भी अराजकता को बर्दाश्त नहीं करेगी।’ अधिकारी ने कहा कि ‘टीएमसी के नेता अभिषेक बनर्जी ने पहले कहा था कि उनकी पार्टी अक्तूबर में 20 लाख लोगों को दिल्ली ले जाएगी। हम यह देखने का इंतजार कर रहे हैं कि क्या वास्तव में लाखों लोग राजधानी की सड़कों पर उतरेंगे या नहीं।’
दरअसल टीएमसी का आरोप है कि केंद्र सरकार राज्य को नरेगा के बकाए का भुगतान नहीं कर रही है। इसी के विरोध में टीएमसी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेगी। हालांकि दिल्ली पुलिस ने विरोध प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी। टीएमसी नेता चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि ‘बंगाल को नरेगा का बकाया जारी करने न करने के लिए हमने नई दिल्ली में विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने कई अनुरोधों के बावजूद हमें अनुमति नहीं दी। अब हम 2 अक्तूबर को नई दिल्ली जाएंगे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इस दौरान पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी, हमारी पार्टी के सभी सांसद, विधायक और पंचायत समिति सभापति भी साथ रहेंगे।’
शुभेंदु अधिकारी के बयान पर पलटवार करते हुए टीएमसी के राज्यसभा सांसद और पार्टी प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा कि ‘अवसरवादी और दलबदलू अधिकारी का बयान भाजपा के अलोकतांत्रिक रुख की पुष्टि करता है, जो किसी भी लोकतांत्रिक विरोध को कुचलना चाहती है।’ टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि अगर महात्मा गांधी की जयंती पर दिल्ली में विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई तो उनकी पार्टी के लोग राजघाट पर प्रार्थना करेंगे।