नड्डा के बाद शाह ने भी शिवराज को दी शाबाशी

शिवराज सिंह चौहान
  • मध्य प्रदेश पहला राज्य जहां सीएम शिवराज ने पेसा एक्ट को जमीन पर उतारा

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। कांग्रेस ने जिसको बीमारू राज्य बनाया था, उस मध्य प्रदेश को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकसित राज्य बनाया है। मध्य प्रदेश ऐसा पहला राज्य है, जिसने आदिवासी भाई बहनों के लिए पेसा कानून को जमीन पर लागू किया है। मिस्टर बंटाधार दिग्विजय मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य बनाकर छोड़ गए थे। 20 साल में भाजपा के तीन मुख्यमंत्रियों ने विशेषकर हमारे शिवराज सिंह चौहान ने इसे बेमिसाल प्रदेश बनाने का काम किया है। मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने आदिवासी भाई-बहनों के लिए पेसा कानून धरातल पर उतारने का काम किया है। शिवराज सरकार युवाओं का विकास करने वाली सरकार है। यहां शिवराज जी ने लाड़ली बहनों को खुश कर दिया है।यह बातें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को मंडला में कही। वे मध्य प्रदेश में निकाली जा रही तीसरी जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाने आये थे।
कमलनाथ के घोटाले गिनाए
गृहमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के घोटालों को गिनाते हुए कहा कि जब कमलनाथ की सरकार आई थी, तब 51 से ज्यादा  गरीब कल्याण की योजनाओं को करप्शननाथ ने बंद कर दिया था। सीएमओ मनी कलेक्शन का ऑफिस बन गया था, कांग्रेस की वर्किंग कमेटी करप्शन वर्किंग कमेटी बन गई थी, 800 से ज्यादा ट्रांफसर हो गए, कमलनाथ के इस्तीफा के 15 मिनट पहले 63 हजार करोड़ को मोबाइल घोटाला हो गया, 350 करोड़ का मोजर बियर घोटाला, 2400 करोड़ का अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला, 600 करोड़ का ईफको घोटाला, 25 हजार करोड़ का कर्जमाफी का वादा नहीं निभाया, 1169 करोड़ का किसानों का बोनस खा गये थे। कमल नाथ ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये थे।
विकास की  डबल इंजन  सरकार बनाएं
आपको तय करना है कि करप्शननाथ और बंटाढार की सरकार बनाना है या नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली डबल  इंजन की विकास वाली सरकार बनाना है। 150 से ज्यादा सीटों के साथ मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाना है।
वीरता से भरा है आदिवासियों का इतिहास
गृहमंत्री ने कहा कि मंडला की भूमि रानी दुर्गावती की भूमि है। रानी ने वीरता का ऐसा प्रदर्शन किया किया कि देश में हजारों साल तक उनका नाम गौरव के साथ लिया जाएगा। रघुनाथ शाह, शंकर शाह का बलिदान समग्र देश के लिए प्रेरणा स्रोत है। सन 1857 में जब बड़े—बड़े राजे—रजवाड़े अंग्रेजों के साथ समाधान कर रहे थे, तब बाप बेटे शंकर शाह, रघुनाथ शाह ने अंग्रेजों से लोहा लिया, तोप के गोलों से उड़ा दिये गए, लेकिन सिर नहीं झुकाया। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों के लिए जल, जंगल और जमीन के अधिकार की सिर्फ बातें की थी, लेकिन मोदी जी ने जल, जंगल और जमीन के साथ सुरक्षा, सम्मान और समावेशी विकास को जोडक़र आदिवासियों का कल्याण किया। मैं आज कमल नाथ और मिस्टर बंटाधार से पूछ रहा हूं, जब कांग्रेस की सरकार थी तब आदिवासी कल्याण के लिए बजट कितना था? मनमोहन सिंह की सरकार में आदिवासियों के लिए 24 हजार करोड़ का बजट था, जबकि मोदी सरकार ने 1 लाख 19 हजार करोड़ का बजट दिया है।

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