दलाई लामा की दयालुता और विनम्रता दुनिया भर के कई लोगों के लिए प्रेरणा: एंटनी ब्लिंकन

एंटनी ब्लिंकन

वाशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गुरुवार को भारत स्थित तिब्बती आध्यात्मिक नेता को उनके 88वें जन्मदिन पर बधाई देते हुए कहा कि दलाई लामा की दयालुता और विनम्रता दुनिया भर में कई लोगों के लिए प्रेरणा है। ब्लिंकन ने यह भी कहा कि अमेरिका तिब्बतियों की भाषाई, सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता के प्रति अटल है, जिसमें बिना किसी हस्तक्षेप के अपने धार्मिक नेताओं को स्वतंत्र रूप से चुनने और सम्मान करने की क्षमता भी शामिल है।

उन्होंने कहा, मैं परम पूज्य दलाई लामा को उनके 88वें जन्मदिन के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। यह तिब्बती समुदाय के लिए एक शुभ दिन है। ब्लिंकन ने एक बयान में कहा, दलाई लामा की दयालुता और विनम्रता दुनिया भर में कई लोगों के लिए प्रेरणा का काम करती है और मैं शांति और अहिंसा के प्रति उनकी निरंतर प्रतिबद्धता की गहरी प्रशंसा करता हूं।

1959 में तिब्बत में स्थानीय आबादी के विद्रोह पर चीनी कार्रवाई के बाद 14वें दलाई लामा भारत आ गए थे। भारत ने उन्हें राजनीतिक शरण दी और निर्वासित तिब्बती सरकार तब से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित है। शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने एक बयान में कहा, आज हम करुणा और सहिष्णुता के उनके संदेशों पर विचार कर सकते हैं क्योंकि हम तिब्बती समुदाय सहित सभी लोगों के मानवाधिकारों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।

चीन ने अतीत में दलाई लामा पर “अलगाववादी” गतिविधियों में शामिल होने और तिब्बत को विभाजित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और उन्हें एक विभाजनकारी व्यक्ति मानता है। हालांकि, तिब्बती आध्यात्मिक नेता ने जोर देकर कहा है कि वह स्वतंत्रता नहीं बल्कि सभी तिब्बतियों के लिए “वास्तविक स्वायत्तता” की मांग कर रहे हैं।

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