नई दिल्ली। बुद्ध पुर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार को विज्ञान भवन में भारतीय बुद्ध संघ द्वारा आयोजित सामाजिक समरसता सम्मेलन में भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी शामिल हुए। उन्होंने इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बोलने की आजादी को बेतुके बयानों का ढाल न बनाकर सद्भावना के तौर पर इस्तेमाल करना चाहिए।
उन्होंने कहा- “गौतम बुद्ध सामाजिक समरसता और समावेशी सांस्कृतिक प्रतिबद्धता के ध्वजवाहक थे। उनके सिद्धांत और नीति देश की सभी परेशानियों और मानवता का सर्वश्रेष्ठ उपाय है। वह एक सामाजिक एकता और समानता के दूत थे।” भाजपा नेता ने कहा कि गौतम बुद्ध की शिक्षाओं और आदर्शों के आधार पर ही पीएम मोदी समाज के हर वर्ग के जीवन में बिना किसी भेदभाव के सुख-समृद्धि सुनिश्चित करने का काम रहे हैं।
मोदी के राजनीतिक प्रदर्शन से अन्य राजनेता हताश और व्यथित हैं। वे पीएम मोदी के गतिशील और प्रवाभशाली नेतृत्व के तहत भारत की कामयाबियों को पचा नहीं पा रहे हैं। भारत एक ऐसा देश है जहां सभी धर्मों के करीब करोड़ो से भी अधिक जनसंख्या सांति से रहती है। इस सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया, केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, विहिप दिल्ली के अध्यक्ष कपिल खन्ना, भारतीय बौद्ध संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते संघप्रिय राहुल भी मौजूद थे।